मशहूर साहित्यकार रजत कुमार कार का निधन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 8 मई 2022

मशहूर साहित्यकार रजत कुमार कार का निधन

rajat-kumar-died-in-accident
भुवनेश्वर, आठ मई, प्रतिष्ठित ओड़िया साहित्यकार एवं पद्मश्री से सम्मानित रजत कुमार कार का रविवार को भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। उनके परिवार ने यह जानकारी दी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि रजत हृदय संबंधी बीमारियों से ग्रसित थे। उन्होंने बताया कि रजत ने शाम करीब पांच बजे सीने में दर्द की शिकायत की। इसके बाद रजत को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रजत के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि ओड़िया संस्कृति में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। पटनायक ने कहा कि रजत का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष निरंजन पटनायक और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष समीर मोहंती समेत कई हस्तियों ने रजत के निधन पर शोक जताया। रजत को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए वर्ष 2021 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। वह जगन्नाथ संस्कृति के एक कुशल वक्ता थे, जोकि छह दशकों तक टीवी और रेडियो पर वार्षिक रथ यात्रा के दौरान अपनी 'कमेंट्री' के लिए खासतौर पर पहचाने जाते थे।

कोई टिप्पणी नहीं: