पंचकुला, 08 जून, झारखंड ने मार्च 2021 में 11वीं हॉकी इंडिया सब-जूनियर पुरुष राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया था। हालांकि, उन्होंने पहले ही बहुत अधिक महत्वपूर्ण और शानदार जीत हासिल कर ली थी। इस दल के लगभग प्रत्येक सदस्य ने टीम में जगह बनाने से पहले गरीबी और कठिनाइयों के खिलाफ एक लंबी तथा गंभीर लड़ाई लड़ी है। इस टीम में सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी 17 वर्षीय मनोहर मुंडू ने अपने पिता को उस समय खो दिया, जब वह सिर्फ एक बच्चा था। अपने आस-पास के अधिकांश बच्चों की तरह ही उसने भी बांस की छड़ी से हॉकी खेलना शुरू कर दिया था। यह सब वही कुछ था जो वे अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। हमारा फैसला था कि हम पूरा दिन खेलेंगे और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था कि हमारे पास कोई विशेष उपकरण नहीं था। खिलाड़ी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में अपने मैच के तुरंत बाद यह बात कही।
बुधवार, 8 जून 2022
झारखंड के लड़कों ने हॉकी सेमीफाइनल में प्रवेश किया
Tags
# खेल
# झारखण्ड
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें