बिहार : भाकपा-माले की पोलित ब्यूरो की दो दिवसीय बैठक संपन्न - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 9 जून 2022

बिहार : भाकपा-माले की पोलित ब्यूरो की दो दिवसीय बैठक संपन्न

  • क्राॅस वोटिंग पर चुनाव आयोग का निर्देश संसदीय लोकतंत्र के लिए कोविड-19 साबित होगा: दीपंकर भट्टाचार्य
  • भाजपा हटाओ - देश बचाओ अभियान में नई गति लाएगा माले का 11 वां महाधिवेशन, 15-20 फरवरी 2023 को पटना में होने वाला है 11 वां महाधिवेशन
  • 23-24 सितंबर को विक्रमगंज में किसानों तथा 19-20 नवंबर को हुगली में खेग्रामस का होगा राष्ट्रीय सम्मेलन

cpi-ml-politburo-meaning
पटना 9 जून, भाकपा-माले की पोलित ब्यूरो की दो दिनों तक पटना स्थित पार्टी राज्य कार्यालय में चलने वाली बैठक आज संपन्न हो गई. बैठक में पार्टी महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य सहित वरिष्ठ पार्टी नेता स्वदेश भट्टाचार्य, बिहार पार्टी सचिव कुणाल, अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव राजाराम सिंह, खेग्रामस महासचिव धीरेन्द्र झा, जानी मानी बुद्धिजीवी व महिला एक्टिविस्ट कविता कृष्णन, बगोदर से माले विधायक विनोद सिंह, झारखंड के राज्य सचिव मनोज भक्त, बंगाल से वरिष्ठ पार्टी नेता कार्तिक पाल, रामजी राय, जनार्दन प्रसाद, प्रभात कुमार चौधरी, रूबुल शर्मा, अमर, वी. शंकर व अरिंदन सेन शामिल थे. बैठक के उपरांत पार्टी महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि राज्यसभा व अन्य अप्रत्यक्ष चुनावों में क्राॅस वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग द्वारा जारी नया निर्देश देश के संसदीय लोकतंत्र के लिए कोविड-19 साबित होगा. यह निर्देश क्राॅस वोटिंग को प्रोत्साहित करने वाला है, जो ऐसे चुनावों को एक हास्यास्पद सर्कस में तब्दील कर देगा. इलेक्टोरल बाॅन्डस के जरिए चुनावों में मनी पावर का बढ़ता फैक्टर हम पहले से ही देख रहे हैं. ऐसी प्रक्रियाओं पर तत्काल रोक लगनी चाहिए. आगे कहा कि आज पूरा देश भाजपा-संघ के बुलडोजर की चपेट में है. संविधान, लोकतंत्र, आम-आदमी के अधिकार - सबकुछ को यह सरकार बुलडोज कर देना चाहती है. इसलिए आज पूरे देश में भाजपा हटाओ - देश बचाओ अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने की आवश्यकता है. ऐसी ही स्थिति में हमारी पार्टी का 11 वां महाधिवेशन (पार्टी कांग्रेस) पटना में 15-20 फरवरी 2023 तक प्रस्तावित है. हमारा यह 11 वां महाधिवेशन भाजपा हटाओ - देश बचाओ अभियान में नई गति लाएगा. महाधिवेशन के दौरान हम गांव-गांव और हर घर पहुंचेंगे. इसी कड़ी में 23-24 सितंबर 2022 को बिहार के विक्रमगंज में अखिल भारतीय किसान महासभा और 19-20 नवंबर 2022 को पश्चिम बंगाल के हुगली में खेग्रामस का राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित है. हमारे युवा संगठन आरवाईए का राष्ट्रीय सम्मेलन भी इस साल झारखंड में आयोजित है. उन्होंने आगे कहा कि पार्टी कांग्रेस के पहले दिन 15 फरवरी 2023 को पटना के गांधी मैदान में भाजपाई बुलडोजर राज के खिलाफ एक विशाल रैली का आयोजन होगा, जिसमें महागठबंधन के दलों के साथ-साथ बिहार व झारखंड के तमाम विपक्षी दलों को आमंत्रित किया जाएगा. माले महासचिव ने आगे कहा कि त्रिपुरा में विधानसभा की होने वाली चार सीटों के उपचुनाव में जुबरनगर सीट पर सीपीएम, सुरमा (एससी) सीट पर टिपरा मोथा और अरगतल्ला व बोर्डोवाली सीट पर इंडियन नेशनल कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है. झारखंड की मांडर (एससी) सीट पर भी हमने इंडियन नेशनल कांग्रेस को समर्थन देने का निर्णय किया है. हमारी पूरी कोशिश है कि इन चुनावों में भाजपा को गहरी शिकस्त मिले. खेग्रामस महासचिव धीरेन्द्र झा ने कहा कि हमने पूरे देश में तकरीबन 40 लाख खेत व ग्रामीण मजदूरों को खेग्रामस से जोड़ने का लक्ष्य रखा है. हमारा नारा है - कोई परिवार छूटे नहीं. हमारी पूरी कोशिश है कि हम एक-एक गरीब परिवार तक पहुंचें और उन्हें अपने संगठन से जोड़ें. इस अभियान को भाकपा-माले का पूरा सहयोग मिल रहा है. बिहार में गांव-गांव में सदस्यता अभियान चल रहा है. बैठक के जरिए भाजपा व आरएसएस द्वारा धर्म व धार्मिक आस्था से खेलने के खिलाफ भाकपा-माले ने सभी सांस्कृतिक संगठनों से ऊपर से लेकर नीचे हर स्तर पर वैचारिक व अन्य पहलकदमी लेने का आह्वान किया है, ताकि समाज में जहर व नफरत फैलाने वाली इन ताकतों के खिलाफ प्रेम, भाईचारा, सांप्रदायिक सौहार्द व देश की गंगा-जमुनी तहजीब को बचाने के लिए एक जुझारू प्रतिवाद खड़ा किया जा सके.

कोई टिप्पणी नहीं: