यूक्रेन में युद्ध अपराध के लिए रूस को जवाबदेह ठहराएगा अमेरिका - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 3 जून 2022

यूक्रेन में युद्ध अपराध के लिए रूस को जवाबदेह ठहराएगा अमेरिका

us-defense-russian-war-criminal
संयुक्त राष्ट्र, 3 जून, अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूसी बलों द्वारा पूर्वी यूरोपीय देश में किए गए युद्ध अपराधों के लिए मॉस्को को जवाबदेह ठहराने का संकल्प लिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री उजरा जेया ने बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय कानून के गंभीर उल्लंघनों के लिए जवाबदेही और न्याय को मजबूत करने से जुड़ी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा, “लगभग 100 दिनों में दुनिया ने रूसी सेना को यूक्रेन में प्रसूति केंद्रों, रेलवे-सबवे स्टेशनों, अपार्टमेंट और मकानों पर गोलाबारी करते देखा है। यहां तक ​​कि सड़कों पर साइकिल चलाने वाले नागरिकों को भी निशाना बनाया गया है।” जेया ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध अपराधों की व्यापक अंतरराष्ट्रीय जांच का समर्थन करने के लिए अमेरिका लगातार अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। वहीं, आयरलैंड के अटॉर्नी जनरल पॉल गैलाघर ने यूक्रेन में न्याय के आह्वान का समर्थन करने के लिए पिछले तीन महीनों में किए गए प्रयासों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आयरलैंड उन 41 देशों में से एक था, जिन्होंने यूक्रेन की स्थिति को तत्काल अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) में भेजा। गैलाघर ने कहा कि आईसीसी ने रूसी सेना के अपराधों की जांच और यूक्रेन के प्रयासों का समर्थन करने के लिए 42 जांचकर्ताओं, फॉरेंसिक विशेषज्ञों व अन्य कर्मचारियों का एक दल तैनात किया है। बैठक में संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने यूक्रेन में अपने कथित ‘विशेष सैन्य अभियान’ को अचानक अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायायालय में ले जाने को लेकर पश्चिमी देशों पर ‘पाखंड’ करने का आरोप लगाया।

कोई टिप्पणी नहीं: