भारत लोकतंत्र की जननी है : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 12 जुलाई 2022

भारत लोकतंत्र की जननी है : मोदी

india-is-mother-of-democracy-modi
पटना 12 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि भारत न केवल विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है बल्कि वास्तव में ‘लोकतंत्र की जननी’ है। श्री मोदी ने मंगलवार को यहां बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के वैशाली में तब से लोकतंत्र का परिष्कृत संचालन हो रहा था, जब दुनिया के अधिकांश क्षेत्र जनतंत्र की समझ विकसित कर रहे थे, तब लिच्छवि में गणतंत्र स्थापित था। उन्होंने कहा, “मैं दुनिया के मंच पर बड़े गर्व से कहता हूं कि विश्व में लोकतंत्र की जननी भारत है। भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “बिहारवासियों का दुनिया में डंका बजता रहना चाहिए। पालि में मौजूद ऐतिहासिक दस्तावेज भी इसका प्रमाण है। बिहार का इतिहास न कोई मिटा सकता है न कोई छुपा सकता है इसलिए मैं समझता हूं कि यह इमारत (बिहार विधानसभा भवन) आज भी हमारे नमन का हकदार है। इस भवन से बिहार की चेतना जुड़ी हुई जिसने गुलामी में भी अपने जनतांत्रिक मूल्यों को खत्म नहीं होने दिया।"

कोई टिप्पणी नहीं: