लोगों को तुरंत इलाका छोड़ सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 31 जुलाई 2022

लोगों को तुरंत इलाका छोड़ सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश

leave-the-area-on-the-banks-of-ravi-river
गुरदासपुर 31 जुलाई, पंजाब में गुरदासपुर जिला प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा रविवार को उज्ज नदी में दो लाख क्यूसिक पानी छोड़ने की रिपोर्ट मिलने पर रावी दरिया किनारे बसे लोगों को तुरंत इलाका छोड़ सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश जारी किया है। उज्ज दरिया में छोड़ा गया पानी दोपहर करीब एक बजे तक गुरदासपुर के इलाके में पहुंच जाएगा। जिला प्रशासन अलर्ट जारी करते हुए धार्मिक स्थानों के लाउडस्पीकरों के माध्यम से दरिया किनारे बसे लगभग 30 गांवों के लोगों सतर्क रहने तथा रावी दरिया किनारे बने धुस्सी बांध के भीतर खाली स्थानों पर रह रहे गुज्जर परिवारों को तुरंत इलाका छोड़ कर जाने के लिए कह रहा है। जम्मू-कश्मीर के इलाके में बहने वाले उज्ज दरिया का पानी रावी नदी में मिलता है। यहां पहुंचने पर दोनों दरियों के संगम पर पानी के बहाव में बहुत तेजी आ जाती है जिससे के कारण आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो जाता है। गुरदासपुर जिला प्रशासन ने एसडीएम डेरा बाबा नानक, एसडीएम कलानौर और एसडीएम दीनानगर को लोगों को अलर्ट करने तथा रावी दरिया के भीतरी खाली इलाकों में रह रहे लोगों को वहां से हटाने के लिए कहा है। उल्लेखनीय है कि रावी दरिया के किनारों पर बने धुस्सी बंध और दरिया में बह रहे पानी के दरमियान काफी खाली जमीन है जिस पर गुज्जर परिवार अपने पशुओं के साथ रहते हैं। बाढ़ की स्थिति में भी ये लोग इलाका खाली नहीं करना चाहते और बाढ़ आने पर ये लोग पानी में फंस जाते हैं जिन्हें बचाने में प्रशासन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा धुस्सी बंध के किनारे टूटे होने के कारण रावी दरिया का पानी आसपास के गांवों में घुस जाता है जिसके कारण जिला प्रशासन लगभग 30 गांवों के लोगों को पूरी तरह से सतर्क रहने को कहता है।

कोई टिप्पणी नहीं: