नीरज ने विश्व चैंपियनशिप में 19 साल बाद भारत को दिलाया पदक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 24 जुलाई 2022

नीरज ने विश्व चैंपियनशिप में 19 साल बाद भारत को दिलाया पदक

neeraj-gave-india-a-medal-in-the-world-championship-after-19-years
यूजीन, 24, टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने शनिवार (भारत में रविवार सुबह) को इतिहास रचते हुए विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की भाला फेंक प्रतियोगिता में रजत पदक जीता। नीरज ने अमेरिका के यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में 88.13 मीटर के थ्रो के साथ भारत को 19 साल बाद विश्व चैंपियनशिप पदक दिलाया। इससे पहले भारत का एकलौता विश्व चैंपियनशिप पदक 2003 में आया था जब अंजू बॉबी जॉर्ज ने महिला लंबी कूद में कांस्य पदक जीता था। इसी के साथ नीरज विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिये पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय और पहले पुरुष एथलेटिक्स बन गये। चोपड़ा के फाइनल की शुरुआत फाउल के साथ हुई। 24 वर्षीय नीरज ने दूसरे और तीसरे प्रयास में क्रमशः 82.39 मीटर और 86.37 मीटर का थ्रो किया। भारत को ओलंपिक में पहला स्वर्ण दिलाने वाले नीरज ने चौथे प्रयास में वापसी करते हुए 88.13 मीटर का थ्रो किया, जिसकी बदौलत वह दूसरे स्थान पर पहुंच गये। उनका पांचवां और आखिरी थ्रो हालांकि फाउल रहा, लेकिन वह भारत को विश्व चैंपियनशिप का पहला रजत दिलाने में कामयाब रहे। पूर्व चैंपियन ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने अपने खिताब की रक्षा करते हुए 90.54 मीटर के थ्रो के साथ लगातार दूसरी बार स्वर्ण हासिल किया। वहीं, ओलंपिक के रजत पदक विजेता जुकुब वाडलेक को 88.9 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। इसी इवेंट में भारत के रोहित यादव ने 78.72 मीटर थ्रो के साथ 0वें स्थान पर रहे। इससे पहले के उनके दो प्रयास 77.96 मीटर और 78.05 मीटर रहे थे। 

कोई टिप्पणी नहीं: