नयी दिल्ली 04 जुलाई, पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न-आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक सामानऔर रेडीमेड कपड़ों की विदेशों से अच्छी मांग के बीच भारत से वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात जून 2022 में सालाना आधार पर 16.87 प्रतिशत बढ़कर 37.94 अरब डॉलर हो गया। पिछले वर्ष इसी माह निर्यात 32.49 अरब बिलियन डॉलर था। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी प्रारंभिक व्यापार आंकड़ों के अनुसार, जून 2022 में आयात 51.02 प्रतिशत उछल कर 63.58 अरब डॉलर हो गया जबकि जून 2021 में यह 42 अरब डॉलर था। आयात में अपेक्षाकृत तेज उछाल के चलते जून 2022 में व्यापार घाटा 25.63 अरब डॉलर के उच्च स्तर पर रहा, जबकि जून 2021 में व्यापार घाटा 9.61 अरब डॉलर था। रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान व्यापार घाटा दोगुना से अधिक हो कर 30 अरब डालर से अधिक होने जा रहा है जो पिछली तिमाही में 13 अरब डालर था। जून में गैर-पेट्रोलियम निर्यात 30.12 बिलियन अरब डॉलर था, जो जून के 28.54 अरब डालर की तुलना में 5.53 प्रतिशत अधिक है। जून 2022 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषण निर्यात का 26.75 अरब डॉलर था, जो जून 2021 में 25.72 अरब डालर से चार प्रतिशत अधिक है। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा,‘‘ इस दौरान पेट्रोलियम उत्पाद के निर्यात में (98.01 प्रतिशत), इलेक्ट्रॉनिक सामान (50.66 प्रतिशत) और रेडीमेड गार्मेंट सहित सभी प्रकर के वस्त्रों के निर्यात में (44.67प्रतिशत) की अच्छी वृद्धि से जून 2022 के दौरान निर्यात में अच्छी वृद्धि का मार्ग प्रशस्त हुआ।” इस दौरान इंजीनियरिंग सामान का निर्यात में 1.57 प्रतिशत गिरकर 9.14 अरब डॉलर रहा जो कि जून 2021 में 9.29 अरब डॉलर था जो देश से वाणिज्यिक वस्तुओं के निर्यात में इंजीनियरिंग सामानों योगदान लगभग एक-चौथाई रहता है। भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात सवर्धन परिषद ( ईईपीसी इंडिया) के अध्यक्ष महेश देसाई ने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था में मंदी का मुख्य कारण रूस-यूक्रेन युद्ध से व्यापार में कमी आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि वैश्विक बाधाओं के नकारात्मक प्रभाव के परिणामस्वरूप इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात प्रभावित हुआ है। निर्यातकों के शीर्ष संगठन फियो के अध्यक्ष डा ए शक्तिवेल ने कहा कि इस समय उत्पन्न भू-राजनीतिक चुनौतियों में भी भारत के निर्यात में करीब 17 प्रतिशत की वृद्धि देश के निर्यात क्षेत्र की आंतिक शक्ति और जुझारूपन का प्रमाण है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम की कीमतों में उछाल से भारत का पेट्रोलियम, कच्चे तेल और उत्पादों का आयात जून 2021 के 10.67 अरब डालर की तुलना में जून 2022 में दोगुना होकर 20.73 अरब डॉलर हो गया।इस दौरान कोयले, कोक और ब्रिकेट का आयात 242 प्रतिशत उछल कर बढ़कर 6.41 अरब डॉलर हो गया जो कि जून 2021 में 1.87 अरब डॉलर था। जून 2022 में सोने का आयात 169 प्रतिशत बढ़कर 2.61 अरब डॉलर हो गया, जो जून 2021 में 96.9 करोड़ डॉलर था।
सोमवार, 4 जुलाई 2022
भारत का व्यापार घाटा 25.63 अरब डॉलर पर
Tags
# देश
# व्यापार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
व्यापार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें