प्रतापगढ़ : जनजाति छात्रावास प्रतापगढ़ का निरीक्षण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 25 अगस्त 2022

प्रतापगढ़ : जनजाति छात्रावास प्रतापगढ़ का निरीक्षण

  • अपर जिला न्यायाधीश श्री तम्बोली द्वारा निरीक्षण एवं जागरूकता शिविर

Hostel inspection
प्रतापगढ़, विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा निरन्तर रूप से जिले के विभिन्न आवासीय छात्रावासों का निरीक्षण किया जा रहा है तथा वहां आवासीत बालकों का हाल जाना जाकर उनकी समस्याएं सुनी जा रही है। इसी श्रंखला में आज जिला मुख्यालय पर संचालित राणा पूंजा जनजाति बालक छात्रावास प्रतापगढ़ पर भी प्राधिकरण सचिव श्री शिवप्रसाद तम्बोली (अपर जिला न्यायाधीश) पहॅूचे। उन्होंने वहां निवासरत छात्रों से प्रत्यक्ष संवाद करते हुए उनको प्रदत्त सुविधाओं के बारे में जाना। वहीं छात्रों के रहने, खाने-पीने की व्यवस्थाओं बारे में वार्ता की। दौराने निरीक्षण छात्रावास अधीक्षक ने कमरों की कमी होना जाहिर किया तथा बताया कि प्रत्येक कमरे में औसतन 08 बच्चे रहते हैं, जिससे बच्चे एकाग्र होकर अध्ययन करने में असुविधा महसूस करते है। साथ ही डायनिंग हॉल नहीं होने तथा बरामदे में पानी टपकने से भी असुविधा होती है। आवासीय विद्यालय में साईंस बायो विषय नहीं है। जिससे विज्ञान विषय के छात्रों को अन्यत्र अध्ययन हेतु जाना पड़ता है। सामान्य कानूनी जानकारियां प्रदान करते हुए बाल विवाह निषेध कानून, मृत्यु भोज निषेध कानून, डाकन प्रथा ‘प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राईट एक्ट’ के संबंध में तथा मोटर वाहन अधिनियम आदि जानकारियां भी प्रदान की गईं। सचिव श्री तम्बोली ने छात्रों को अतिरिक्त ज्ञान अर्जन हेतु ऑनलाईन क्लासेज, ‘ज्ञान एप’ के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उपस्थित छात्रों को एकलव्य, मावजी महाराज, गणितज्ञ रामानुजम, गुरू वशिष्ठ, विश्वामित्र, विवेकानंद, शंकराचार्य आदि महान विभूतियों के बारे में संक्षिप्त जानकारियां प्रदान करते हुए उन्हें लक्ष्य निर्धारण, शिक्षा, विवेक, परिश्रम तथा अतिरिक्त ज्ञानार्जन हेतु प्रेरित किया। इसी के साथ उपस्थित छात्रों को कम लागत में उन्नत कृ षि करने के उपायों के बारे में बताते हुए देशी खाद, कीटनाशक का प्रयोग करने की सलाह दी। वर्षा के पानी का संचय करने एवं उससे होने वाले लाभ के बारे में भी बताया।  दौराने निरीक्षण छात्रावास में पंजीकृत कुल 350 छात्रों में से लगभग 150-160 छात्र उपस्थित मिले। अन्य छात्रों का छात्रावास अधीक्षक द्वारा बाजार तथा अपने गांव जाना बताया गया। 

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