बिरला ने 65वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन को संबोधित किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 25 अगस्त 2022

बिरला ने 65वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन को संबोधित किया

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हैलिफ़ैक्स/नयी दिल्ली, 25 अगस्त, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि लोकतंत्र में जनता का प्रतिनिधित्व संसद करती है और जनता उनसे कल्याण की अपेक्षा रखती है, इसलिए सर्वोच्च प्रतिनिधि संस्था होने के नाते संसद को जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप काम करना चाहिए। श्री बिरला ने बुधवार को 65वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में ‘ए पीपल्स पार्लियामेंट: एक्सेसिबिलिटी थ्रू इनोवेशन’ विषय पर आयोजित एक कार्यशाला में प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उन्हें एक समृद्ध, समावेशी और जागरुक समाज के निर्माण के लिए कार्य करना चाहिए, जिससे विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के 75 वर्षों में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के माध्यम से हमारे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था मजबूत हुई है और चुनावों में बढ़ता मतदान प्रतिशत दर्शाता है कि जनता लोकतंत्र को शासन की सर्वोत्तम पद्धति मानती है। उन्होंने कहा, “ हम अपनी आजादी के 75 वर्षों की सफल यात्रा को इस वर्ष आज़ादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं, जिसमें हम अपने देश को समृद्धि और विकास के क्षेत्र में विश्व में अग्रिम बनाने का संकल्प ले रहे हैं। ” श्री बिरला ने कहा कि प्रौद्योगिकी ने लोकतांत्रिक संस्थाओं और नागरिकों के बीच की दूरी खत्म की है। भारत जैसे विशाल देश में संचार क्रांति से लोकतंत्र सशक्त हुआ है। सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से नागरिक जनप्रतिनिधियों पर निगरानी भी रख सकते हैं और संसदीय लोकतंत्र में भागीदार बन सकते हैं। इस सन्दर्भ में उन्होंने डिजिटल इंडिया, डिजिटल संसद, संसद टीवी और मोबाइल ऐप का उल्लेख किया। सूचना प्रौद्योगिकी और मोबाइल एप्लीकेशनों से संसद और सांसदों की कार्यकुशलता, जवाबदेही और पारदर्शिता में बढ़ोत्तरी हुई है। श्री बिरला ने राष्ट्रमंडल देशों की संसदों को नियमित रूप से संवाद करने, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करने और इसे लागू करने में एक-दूसरे की सहायता करने की बात की। लोकसभा अध्यक्ष ने सीनेट, कनाडा के अध्यक्ष एच.ई. जॉर्ज जे फ्यूरी से मुलाकात की। श्री बिरला ने श्री फ्यूरे को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में राष्ट्रपति पद पर एक आदिवासी महिला को चुने जाने के संदर्भ में बताया। उन्होंने श्री जॉर्ज जे फ्यूरी से दोनों संसदों के बीच विचारों का आदान-प्रदान करने, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने, कनाडा में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने और आपसी हितों के मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। सम्मेलन के दौरान श्री बिरला ने स्पीकर, हाउस ऑफ कॉमन्स, कनाडा के महामहिम एंथनी रोटा से भी मुलाकात की और अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने व्यापार, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर भी चर्चा की। 

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