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रविवार, 7 अगस्त 2022

धनपाल आयड ने अनुकरणीय मिसाल स्थापित की

धनपाल आयड
धनपाल आयड  ने बदलाव भाई  के रूप में  सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ ग्रामीण वंचित वर्ग तक प्रभावी रूप से पहुंचा कर एक अनुकरणीय मिसाल स्थापित की है। ‘बदलाव भाई   ’ की भूमिका सरकार की कल्याण योजनाओं, संविधान, पंचायती राज व्यवस्था, ग्रामसभा, मतदाता और नागरिकता के सम्बन्ध में जागरूकता पैदा करना है। वह ग्राम संगठन, सहयोगी संस्थाओं और सरकारी विभाग के साथ तालमेल बैठाते हुए, ग्रामीण वंचित वर्ग के लिए कल्याण प्रयासों की सफलता सुनिश्चित करता   है।


धनपाल आयड

धनपाल आयड  बाँसवाडा  जिले की तहसील आनदंपूरी   से लगभग 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत फलवा  के रहने वाले  हैं। लगभग 2200 आबादी वाले इस गांव में लगभग 750 परिवार रहते हैं और सभी भील जाति से सम्बन्ध रखते हैं। इनमें 70 प्रतिशत परिवार खेती करते हैं तथा 30 मजदूरी प्रतिशत करते है।  धनपाल आयड पिछले 4 साल से  ग्राम संगठन में जुडे हैंl ग्राम संगठन से जुड़ने के बाद से,  अपनी आजीविका बेहतर बनाने के साथ-साथ, समाज विकास के लिये भी निरंतर प्रयासरत हैं। इनका मुख्‍य उद्देश्‍य सरकार की जनकल्‍याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक पहुंचाना है ।


हितग्राही को राहत सामुग्री वितरित करते धनपाल आयड

योजना संबंधी प्रशिक्षण

2018 में वागधारा   संस्था के जनजातीय स्वराज  संगठन के साथ जुडे l  इन्हें प्रशिक्षणों के माध्‍यम से सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्‍याणकारी योजनाओं, स्वराज की अवधारणा ,पंचायती राज व्यवस्था, ग्रामसभा में महिला एवं पुरुष की भागीदारी क्यू आवश्यक है ,सच्ची खेती से आजीविका बढ़ाने की जरूरत  के बारे में जानकारी दी गई। और जनजातीय स्वराज  संगठन के सदस्यों के साथ  ग्रामजन  ने अपनी कार्ययोजना तैयार  गई .


जागरूकता के लिए रणनीति 

योजनाओं के प्रभावी संचालन के लिए, बदलाव भाई, धनपाल आयड  के नेतृत्व में निम्नलिखित कदम उठाए –

ग्राम संगठन की बैठकों में लोगो  को सरकार की जनकल्‍याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करने का कार्य किया गया। 


सामाजिक सुरक्षा योजना के प्रति जागरूकता के लिए गांव में ग्राम चौपाल  10  का आयोजन करवाया 

संगठन की बैठक में ही ऐसे ८०  हितग्राहियों की सूची तैयार की गई, जो योजना के लाभ के लिये पात्र होने के बावजूद लाभ से वंचित थी।  इन पात्र हितग्राहियों की सूची पंचायत में दी गई। शुरू में इनकी इस पहल का पंचायत प्रति‍निधियों ने विरोध भी किया। लेकिन धनपाल आयड की सूझ-बूझ और इस प्रयास के लिए संगठन की लोगो  के भरपूर सहयोग के    चलते पंचायत इन पात्र हितग्राहियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिये राजी हो गई।


उपलब्धियाँ 

इनके प्रयास से गाँव के 42 व्यक्तियों को पेंशन, 30  आयुष्मान कार्ड बनवाने, 27 किसानों को किसान सम्मान निधि, 10 परिवारों को राशन कार्ड  और 100  नए जॉब कार्ड बनवाने में सफलता मिली।  फलवा  गांव में 12  लाख की सडक निर्माण करवाया  जो ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर सडक निर्माण विभाग से कार्य करवाया ।   धनपाल आयड के नेतृत्‍व में  संगठन के  लोगो  के निरंतर प्रयास से अब आवागमन की सुविधा अच्छे बेहतर हो गयी  जो ग्रामवासियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।    इसके अतिरिक्त, जब कोरोना महामारी के दौरान लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, तब  धनपाल आयड के नेतृत्व में सरपंच और सचिव से मनरेगा के कार्यों के लिए प्रयास किए गए। इसके परिणामस्वरूप, कोरोना के नियमों का पालन करते हुए पंचायत द्वारा तालाब गहरी करण  करवाया गया l इस प्रकार फलवा  गांव उचित हितग्राहियों तक कल्याणकारी योजनाओं के लाभ और ग्रामवासियों की समस्याओं के सामूहिक प्रयास से निदान का एक मॉडल बन गया है। बाँसवाड़ा  के दूरदराज के गांव में आदिवासी समुदाय के लिए यह उपलब्धि और भी उल्लेखनीय है।  ‘’हमारे जनजातीय स्वराज सगठन के तहत हमारा यह हमेशा प्रयास है की ‘‘समुदाय  विकास हेतु  जिसके द्वारा नवीन साधनों की खोज करके ग्रामीण समाज के सामाजिक एवं आर्थिक जीवन में परिवर्तन लाया जा सकता है।एक समन्वित कार्यक्रम के रूप में इस योजना में जहॉ एक ओर शिक्षा, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य, कुटीर उद्योगों के विकास, कृषि संचार तथा समाज सुधार पर बल दिया जाता है, वहीं यह ग्रामीणों के विचारों, दृष्टिकोण तथा रूचियों में भी इस तरह परिवर्तन लाने का प्रयत्न करती है जिससे ग्रामीण अपना विकास स्वयं करने के योग्य बन सकें।

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