नयी दिल्ली, 20 अगस्त, देश के पूर्वी राज्यों में अन्य भागों की तुलना में इस मानसून सत्र में वर्षा कम होने से धान, खरीफ की दलहनी और तिलहनी फसलों की रोपाई बुआई का रकबा पिछले साल के मुकाबले कम चल रहा है। यह जानकारी बैंक ऑफ बड़ौदा के आर्थिक अनुसंधान विभाग की एक ताजा रपट में दी गयी है। शनिवार को जारी अर्थशास्त्री जाह्नवी प्रभाकर द्वारा तैयार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 20 अगस्त तक दलहनी फसलों की बुवाई का रकबा 1.26 करोडृ हेक्टेयर था जो पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 5.3 प्रतिशत कम है। रिपोर्ट के अनुसार अरहर का रकबा 7.2 प्रतिशत, उड़द (5.1 प्रतिशत) और मूंग का रकबा (4.6 प्रतिशत) कम चल रहा है। कपास का रकबा 1.23 करोड़ हेक्टेयर के साथ पिछले साल की तुलना में छह प्रतिशत ऊपर था जबकि मेस्ता और जूट की बुवाई सात लाख हेक्टेयर के एक साल पहले के सतर पर थी।
शनिवार, 20 अगस्त 2022
कई राज्यों में अल्पवृष्टि से खरीफ की बुवाई पर असर
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