साध्वी कमलप्रज्ञा प्राकृत में स्वर्णपदक से सम्मानित - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 12 सितंबर 2022

साध्वी कमलप्रज्ञा प्राकृत में स्वर्णपदक से सम्मानित

Sadhvi-KamalPragya
पनवेल, राजस्थान विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त ‘अपभ्रंश साहित्य अकादमी - जयपुर, द्वारा वर्ष 2021 के दिसम्बर माह में अखिल भारतीय स्तरीय आयोजित प्राकृत सर्टिफिकेट परीक्षा में 37 वर्षीय साध्वी कमलप्रज्ञा ने विशिष्ट स्थान प्राप्त कर “स्वर्ण पदक” (गोल्ड मेडल) प्राप्त किया है। जैन दिवाकर पूज्य श्री चौथमल जी म. की सुशिष्या स्पष्टवक्ता दक्षिण चन्द्रिका साध्वी श्री संयमलता जी म.सा. की सुशिष्या साध्वी कमलप्रज्ञा ने प्राकृत परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए हैं। अकादमी निर्देशिका श्रीमती शकुन्तला जैन ने बताया कि जैन विद्या संस्थान, दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी के अंतर्गत संचालित “अपभ्रंश साहित्य अकादमी” कि इस परीक्षा में श्रमण संघ ऑनलाइन एजुकेशन के तहत श्रमण संघ के 39 साधु साध्वियों ने भाग लिया था, जिसमें यह प्रथम मौका है जब साध्वी कमलप्रज्ञा ने प्राकृत परीक्षा में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। साध्वी कमलप्रज्ञा के स्वर्ण पदक प्राप्ति पर समूचे श्रमण संघ में हर्ष की लहर व्याप्त है।

कोई टिप्पणी नहीं: