मधुबनी : सप्ताहिक समीक्षा बैठक में डीएम ने दिये कई निर्देश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 5 सितंबर 2022

मधुबनी : सप्ताहिक समीक्षा बैठक में डीएम ने दिये कई निर्देश

  • मानवाधिकार आयोग,सूचना के अधिकार,सेवांत लाभ,माननीय न्यायालय में लंबित मामले आदि को गंभीरता से लें अधिकारी-डीएम
  • जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले के सभी विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ विभिन्न विभागीय गतिविधियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित हुई।

madhubani-dm-news
मधुबनी,  जिलाधिकारी द्वारा नीलाम पत्र वाद, सेवांत लाभ, लोकायुक्त, मानवाधिकार,सिडब्लूजेसि एलपीए, एमजेसी,  आदि से सम्बन्धित मामलों की विभागवार विस्तृत समीक्षा की गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि साप्ताहिक समीक्षा बैठक का फलाफल सभी कार्यालयों में दृष्टिगोचर होना चाहिए। इन बैठकों का महत्व तभी है, जब सभी कार्यालयों की कार्यशैली में अपेक्षाकृत सुधार प्रतीत हो। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी विभाग के वरीय पदाधिकारी द्वारा उनके विभाग से संबंधित मामलों में समय से शपथ पत्र दायर नहीं किया जाता है और नौबत जिलाधिकारी के हाई कोर्ट में व्यक्तिगत उपस्थिति की आती है, तो संबंधित विभाग के वरीय पदाधिकारी के विरुद्ध कार्य में लापरवाही के लिए प्रपत्र "क" गठित की जाएगी।सेवांत लाभ की व्यापक समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सेवा निवृत्ति के कुछ महीने पूर्व से ही संबंधित कर्मी अथवा अधिकारी के सेवांत लाभ से संबंधित कागजी कारवाई की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाए। ताकि, सेवा निवृत्ति के तुरंत बाद उन्हें सेवांत लाभ प्रदान किया जा सके।  उन्होंने सभी विभागों के वरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कर्मियों की कार्य पुस्तिका ठीक प्रकार संधारित की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि किसी कार्यालय में यदि सेवांत लाभ को कोई मामला लंबित नहीं है तो ऐसे में वे शून्य लिख कर ही सही, परंतु अपने विभाग का प्रतिवेदन अवश्य उपस्थापित करें। उन्होंने कार्यालय के कार्यसंस्कृति में अपेक्षित सुधार के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य संपादित करने पर बल दिया। उक्त समीक्षा बैठक में उप विकास आयुक्त विशाल राज, विशेष कार्य पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा, अमेत विक्रम बैनामी, वरीय उप समाहर्ता, वंदना कुमारी, वरीय उप समाहर्ता विकास कुमार, वरीय उप समाहर्ता, नलिनी कुमारी, वरीय उप समाहर्ता, आरती कुमारी, प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा शाखा सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, परिमल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, अशोक कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, शशि शेखरण, उपत्पाद अधीक्षक, गणेश कुमार, निदेशक डीआरडीए, राजेश्वर प्रसाद, महा प्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, रमेश कुमार शर्मा सहित सभी विभागों के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं: