बिहार : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में हुआ हिंदी पखवाड़ा का समापन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 29 सितंबर 2022

बिहार : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में हुआ हिंदी पखवाड़ा का समापन

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पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में दिनांक 29.09.2022 को हिन्दी पखवाड़ा-2022 का समापन हुआ । समापन समारोह का उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ. आशुतोष उपाध्याय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया | संस्थान के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए डॉ. उपाध्याय ने बताया कि हमें अपने दैनिक जीवन में हिंदी का अ​धिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए । उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है और इसका हमें सम्मान करना चाहिए।  उन्होंने बताया कि 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एकमत से यह निर्णय लिया कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा मिले। डॉ. अनिल कुमार सिंह, उपाध्यक्ष, संस्थान राजभाषा कार्यान्वयन समिति ने अपने अभिभाषण में राजभाषा के महत्व पर चर्चा करते हुए पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी, जिसके बाद प्रतियोगिताओं के परिणामों की घोषणा की गई एवं अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच नगद पुरस्कार का वितरण किया गया। समापन समारोह में डॉ. रजनी कुमारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं डॉ. तन्मय कुमार कोले, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने अपने गीतों से सभागार में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में प्रेस एवं मीडियाकर्मियों को भी सम्मानित किया गया।  डॉ. शिवानी, प्रधान वैज्ञानिक ने मंच का संचालन किया एवं डॉ. कीर्ति सौरभ, वैज्ञानिक ने धन्यवाद ज्ञापित किया। हिंदी पखवाड़ा को सफल बनाने में डॉ. पंकज कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक; डॉ. तारकेश्वर कुमार, वैज्ञानिक; डॉ. कुमारी शुभा, वैज्ञानिक; श्रीमती प्रभा कुमारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी एवं उमेश कुमार मिश्र, हिंदी अनुवादक की भूमिका महत्त्वपूर्ण रही।

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