- इस बार 2015 के बाद से अपेक्षाकृत दिवाली सप्ताह रहा स्वच्छ, पटाखों ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता को नहीं किया ज्यादा प्रभावित
दिवाली के अगले दिन PM2.5 का स्तर
2021: 402 ug/m3
2020: 300 ug/m3
2019: 353 ug/m3
(स्रोत: SAFAR)
25 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे के आसपास दिल्ली के लिए SAFAR की आंकड़ों में पाया गया कि दिन का समग्र AQI वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' की श्रेणी में रहा। पीएम10 में सूक्ष्म कण (आकार <2.5 माइक्रोमीटर ) ~ 64% योगदान करते हैं। बीती रात एक्यूआई 'गंभीर' नहीं बल्कि 'बेहद खराब' के दायरे में रहा। उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में आग/पटाखों से हुए पीएम2.5 उत्सर्जन की हिस्सेदारी ~ 5-6% रही और इसने दिल्ली की वायु गुणवत्ता को ज्यादा प्रभावित नहीं किया। स्थानीय सतही हवाएं 25 तारीख को 8-16 किमी/घंटा, और 26 और 27 तारीख को 6 किमी/घंटा (अधिकतम तापमान 31-32 डिग्री सेल्सियस; न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस) की शांत गति से बहेंगी, जिसके चलते प्रदूषकों के मध्यम से कमजोर फैलाव के कारण बनते हैं। हवा की गुणवत्ता में 26, 27 तारीख को और सुधार होने की संभावना है। अपनी प्रतिक्रिया देते हुए SAFAR के परियोजना निदेशक गुफरान बेग कहते हैं, "यह 2015 के बाद से अपेक्षाकृत स्वच्छ दिवाली सप्ताह है। वायु गुणवत्ता नियंत्रण में रहने के चार विशिष्ट कारण हैं। पहला कारण यह है कि पराली की आग पर हवा की दिशा का बदलना। फिलहाल यह दिशा उत्तर-पश्चिम रहती है मगर कल यह दक्षिण-पश्चिम में बदल गई । इस क्षेत्र में पारली नहीं जलायी जाती है, इसलिए खेत की आग का योगदान न्यूनतम 5-8% है। क्योंकि दिवाली हमेशा सर्द मौसम में होती है और इस बार कुछ पहले हो गयी,इसलिए तापमान अभी भी कुछ अधिक गर्म है, और हवा की गति तेज़ है, लगभग 9 किमी प्रति घंटा। सुबह के दौरान जब हवाएं आमतौर पर स्थिर हो जाती हैं, तो यह 9 किमी प्रति घंटे से ऊपर बनी रहती है, इसलिए वेंटिलेशन अच्छा था। वैसे इस साल पटाखों की संख्या भी कम दिखी।” मौसम विज्ञानियों ने कहा कि प्रदूषण के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष- मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन, महेश पलावत ने कहा, “हम आमतौर पर दिवाली के बाद प्रदूषण के खतरनाक स्तर देखते हैं, लेकिन इस साल यह उतना बुरा नहीं रहा है। जहां पटाखे शहर के वायु प्रदूषण में योगदान करते हैं, वहीं प्रमुख कारक मौसम है। इस साल हवाएं और तापमान अनुकूल रहे। अगले कुछ दिनों में उत्तर पश्चिम से हवाएं चलती रहेंगी और प्रदूषण का स्तर कम होगा। हालांकि, यह गरीब या बहुत खराब श्रेणी में रहेगा।”
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