जलवायु परिवर्तन समस्या मुक्त करने का संकल्प - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 24 नवंबर 2022

जलवायु परिवर्तन समस्या मुक्त करने का संकल्प

  • भूगर्भ जल को वर्षाऋतु में 5 फुट,ग्रीष्मऋतु में 10 फुट, वायु प्रदूषण में कमी एवं ऑक्सीजन के घनत्व में 2% वृद्धि करके जलवायु परिवर्तन से पृथ्वी को मुक्त किया जाएगा

Comitment-for-climate-change
नई दिल्ली। पृथ्वी को 5 वर्षो में जलवायु परिवर्तन समस्या से सदैव के लिए मुक्त करने के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने को लेकर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में संवाददाता सम्मलेन का आयोजन किया गया । इस सम्मलेन में अध्यक्षता करते हुए प्रकृति भक्त वैज्ञानिक डॉ. रामदयाल मीना ने चोमू (जयपुर - राजस्थान) में किए गए 10 वर्षो लंबे भूपृष्ठ परीक्षण का सारांश भूगर्भ जल का स्तर घटने से पेड़पौधों पर पड़ते प्रतिकूल प्रभाव को लेकर अवगत करवाया एवं जलवायु परिवर्तन समस्या मुक्त विश्व की पृष्ठभूमि का उल्लेख किया। सर्वकालीन महानतम वैज्ञानिक एवं उनके चारों शिष्य मानवतावादी प्रकृति वैज्ञानिक डॉ. टी. के सिन्हा, मानवतावादी वैज्ञानिक डॉ. त्रिभुवन सिंह एवं प्रकृति रक्षक वैज्ञानिक डॉ. मोहन चन्द्र काण्डपाल मिल कर विश्व को 5 वर्षो में जलवायु परिवर्तन समस्या मुक्त करेंगे। मानवतावादी प्रकृति वैज्ञानिक डॉ टी के  सिन्हा (भारत सरकार के सेवा निवृत्त भूगर्भ जल वैज्ञानिक) ने विशेष आमंत्रित अथिति के रुप में मंच से भूगर्भ जल की स्थिति को सामान्य करने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदम और भूगर्भ जल का स्तर गिरने के कारण होने वाली अपूर्णीय क्षति पर विश्व के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक श्रीमान श्याम सुंदर राठी द्वारा तैयार किए गए शोध आंकड़े उपस्थापन किए।


प्रकृति प्रेमी मनोज कुमार डागा ने कविता पठान के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ किया। इस मौके पर डागाजी ने कहा कि भारत माता ने मानव जाति को जलवायु परिवर्तन समस्या मुक्त करने के लिए पाँच महान सपूतों को जन्म दिया है। सृष्टि सस्टेनेबल डेवलपमेंट फाउंडेशन (रजि.)  के पर्यावरणविद सरदार सुखविंदर सिंह ने पेड़पौधों के खाद्य के एक मात्र स्रोत भूगर्भ जल को पम्पों से दोहन कर पेड़पौधों को भूख से तिल तिल कर मारने की प्रक्रिया को दुनिया का सबसे बड़ा घृणित अपराध एवं राक्षससी कार्य बताते हुए इस दरिंदगी को बन्द करने की प्रार्थना की। दिल्ली सहित सभी महानगरों के निवासियों को हवा की गुणवत्ता सुधरने से  बेहतर जीवन मिलेगा। आपने महान वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया।  इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा श्री अनुराग विश्नोई ने कहा कि देश के लाखों पर्यावरण संरक्षक योद्धा  महामानवों के साथ तन मन धन के साथ खड़े हैं। आपने प्रिंट एवं एलोट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों से अनुरोध किया कि इस महान संदेश को देश के कोने कोने तक पहुचाने में सहयोग करें एवं मिशन के ब्राण्ड अम्बेसडर बन कर देश के गर्व गौरव में चार चाँद लगाए। अन्त में देश के जाने माने सामाजिक विशारद श्रीमान अभय सिन्हा जी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन सम्पूर्ण विश्व की सबसे बड़ी समस्या है इसलिए देश की गरिमा के अनुकूल विशेष मंच से देश के महान वैज्ञानिकों का गौरवशाली संदेश सम्पूर्ण विश्व तक पहुंचाने की व्यवस्था होनी चाहिए। उनके प्रस्ताव को उपस्थित सभी महानुभावों ने सहमति जताई। अभय सिन्हा जी के नेतृत्व में उच्चस्तरीय कोर कमेटी गठन करने का कार्य प्रेस क्लब से प्रारंभ कर दिया गया। लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय विकास अध्ययन केन्द्र एवं अन्य संगठनों ने मिलकर कार्यक्रम का आयोजन किया।

कोई टिप्पणी नहीं: