मधुबनी : जनसवालों के संघर्ष को तेज करने का आवाहन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 13 नवंबर 2022

मधुबनी : जनसवालों के संघर्ष को तेज करने का आवाहन

Cpi-meeting-madhubani
मधुबनी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ,मधुबनी जिला का विस्तारित बैठक जिला मंत्री मिथिलेश झा की अध्यक्षता में हुई । बैठक में पार्टी राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ,राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जानकी पासवान, पार्टी केंद्रीय स्कूल शिक्षा विभाग के प्रिंसीपल अनिल राजिम वाले , राष्ट्रीय परिषद सदस्य राजश्री किरण विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिए। भाकपा 24 वें महाधिवेशन के फैसलों की रिपोर्टिंग करते हुए अनिल राजिमवाले ने कहा देश के बिगरती हालत से निबटने के रास्ते कम्युनिस्ट आंदोलन एवं संघर्ष से गुजरता है ।  भाकपा महाधिवेशन में उसी रोशनी में तमाम राजनीतिक सांगठनिक फैसले लिए गया । दक्षिण पंथियों का देश के शासन पर कब्जा है जो देश के आजादी के उद्देश्य को , आजादी के बिराशत को समाप्त करने में लगा हुआ है । जब तक प्रगतिशिल पार्टियों के हाथ में सत्ता रहा देश का संविधान सुरक्षित रहा । आज देश का संविधान एवं संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद करने की बहुत बड़ी साजिश हो रही है । ऐसी स्थिति में भारतीय कम्युनिस्ट    पार्टी की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है की वैसी शक्तियों के खिलाफ राजनीतिक प्रभाव को बढ़ा कर उन्हे सत्ता से हटाने में समान विचारधारा वाली पार्टी को जोड़कर  संसदीय अभियान एवं उपलब्धि को दिशा दे। क्योंकि देश की आजादी में भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी का बहुत बड़ा योगदान रहा था। हिटलर के रास्ते पर चलते हुए हमारे देश के वर्तमान शासक संविधान को तोड़ना चाहते है ।  भाकपा के 24वें महाधिवेशन में इनके उद्देश्य को पूरा नहीं होने देने का संकल्प लेते हुए संगठन को मजबूत करने का फैसला लिया गया । शाखाओं को राजनीतिक रूप से जागृत करते हुए दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों एवं सभी वर्ग के दबे कुचले लोगों के लिए संघर्ष को तेज करने का फैसला महाधिवेशन में हुआ । महाधिवेशन में 16 देशों के 28 कम्युनिस्ट पार्टियों के प्रतिनिधि अभिनंदन करने पहुंचें थे । देश में 13 महीनों तक चले किसान आंदोलन के तर्ज पर वामपंथी आंदोलन करने की जरूरत को महाधिवेशन में महसूस किया गया । मुनाफाखोर के खिलाफ आंदोलन तेज कर बंद हो रहे छोटे - मझौले उद्योग को बचाए जाने li आवश्यकता है। राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने कहा भाकपा राज्य सम्मेलन एवं महाधिवेशन के फ़ैसले के आलोक में केंद्र सरकार के किसान मजदूर विरोधी , गरीब विरोधी नीति के खिलाफ सम्पूर्ण बिहार के जिला मुख्यालय में 19 से 24 दिसंबर 2022 तक सत्याग्रह आंदोलन किया जायेगा । पार्टी जिला ,राज्य एवं महाधिवेशन के फैसलों को जमीन पर लागू करने , फासिस्ट ताकतों को रोकने के आंदोलन को संगठित ,जनसवालों के संघर्ष को तेज करने के कर्तव्य को आगामी निर्धारित समय से पहले नया रूप मे पूरा करने की योजना बनाई जाएगी । 20 जनवरी 2023को मधुबनी जिला में बाढ़ एवं सुखाड़  ने स्थाई निदान के आंदोलन बहुउद्देशीय हाई डैम निर्माण कार्य शुरू करने के संघर्ष को तेज करने के लिए राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। पार्टी संगठन को मजबूत करते हुए आमलोगों के बुनियादी सवालों के साथ अनवरत जनता के बीच जाकर पार्टी जनाधार को वापस लेने का संकल्प पूरा करना है। बैठक में राज्य परिषद सदस्य रामनारायण यादव ,राकेश पांडेय , कृपानंद आजाद ,सूर्यनारायणं महतो ,लक्ष्मण चौधरी ,बालकृष्ण मंडल , मनोज मिश्र, आनंद कुमार झा , तिरपित पासवान , मदन मिश्र , लाल बाबू यादव ,महेश यादव ,अमरनाथ यादव , बिल्टू प्रसाद महतो , हरिनारायण सदाय , मोतीलाल शर्मा , स्त्यानारायण राय ,अरविंद प्रसाद ,संतोष झा ,राहुल झा , हरिणाथ यादव , सहित 300 पार्टी कार्यकर्ता भाग लिए।

कोई टिप्पणी नहीं: