राजगीर. गंगा तेरा पानी अमृत, हाथीदह से झर-झर राजगीर में बहता जाए युग-युग से इस देश की धरती तुझसे जीवन पाए.. बिहार के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक रहा.सीएम नीतीश कुमार ने राजगीर में गंगा जल आपूर्ति योजना का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा उद्भव प्रोजेक्ट अब जमीन पर उतरने लगा है. इसके तहत गंगा का पानी पाइपलाइन के माध्यम से नवादा के नारदीगंज के बाद नालंदा के राजगीर तक पहुंच गया है. राजगीर में गंगा आपूर्ति योजना का शुभारंभ सीएम नीतीश ने मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्वलित कर किया. पतित पावनी गंगा का ऐतिहासिक नगरी राजगीर में अवतरण वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हुआ. वाराणसी के संपूर्णानंद विश्वविद्यालय से आए पंडितों की देखरेख में पूजा संपन्न कराई गई. पंडित पंकज मालवीय के निर्देशन में स्वस्ति वाचन के साथ पूजा का शुभारंभ किया गया. सीएम नीतीश कुमार के लगातार प्रयास से पतित पावनी गंगा का जल आखिरकार अपने मूल मार्ग से सौ किलोमीटर दूर और असंभव सा लग रहे ऊंचाई पर चढ़ते हुए राजगीर तक आ पहुंचा है. इस मौके पर सीएम नीतीश ने अपने संबोधन में कहा कि नालंदा विश्विद्यालय बहुत ही ऐतिहासिक स्थल हैं. नालंदा में सभी जगहों से लोग आकर शिक्षा ग्रहण करते हैं. यहां क्रिकेट स्टेडियम करा भी निर्माण हो रहा है.बच्चों के लिए जरासंध स्मारक बनवाने का काम कराया जाएगा. हर तरह का काम यहां पर कराया जाएगा. जो काम अधूरे हैं उन्हें पूरे किए जाएंगे. हर घर गंगाजल योजना के पहले चरण की शुरुआत नालंदा जिले के राजगीर से हो रही है. यहां शहर के 19 वाडरें के करीब 8031 घरों में पेयजल के लिए गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी. इस योजना के तहत प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर शुद्ध जल की आपूर्ति का लक्ष्य रखा गया है. नीतीश कुमार इसके अगले दिन 28 नवंबर को इसी चरण में बिहार के गया और बोधगया में भी इस परियोजना का लोकार्पण करेंगे.वहीं योजना के दूसरे चरण में जून 2023 तक नवादा में भी हर घर गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य है. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि आज राजगीर में मुख्यमंत्री जी ने राजगीर गंगा जल आपूर्ति योजना का लोकार्पण किया.इस योजना के तहत बाढ़ के समय गंगा नदी में अत्यधिक पानी को स्टोर कर, फिर उसे ट्रीट कर फिलहाल पाइप के जरिए राजगीर, बोधगया और गया और नवादा शहर में जल आपूर्ति की जाएगी. गुरुवार राजगीर में इसका ट्रायल किया गया जो पूरी तरह सफल रहा. बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा के मुताबिक, करीब 357.64 एकड़ में फैले, 9.915 MCM जल भंडारण क्षमता वाले विशाल राजगीर जलाशय के बांध की लंबाई 2.013 KM और ऊंचाई 17.07 M है. इसके योजना के माध्यम से नालंदा के राजगीर सहित गया और नवादा जिले के लगभग 12 लाख की आबादी को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराया जाएगा.बिहार सरकार की ओर से 85 लाख से अधिक लोगों के घरों में गंगाजल पहुंचाने की योजना है. इस पर 500 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होनी है. 190 किलोमीटर पाइप लाइन के जरिए गंगा नदी का पानी मोकामा के मराची से राजगीर होते हुए गया तक ले जाया जाएगा. गंगा जल आपूर्ति योजना के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना राजा भगीरथ से की जा रही है. दरअसल, राजगीर में करीब सौ किलोमीटर दूर से गंगा का जल लाया गया है. यह इलाका अपेक्षाकृत ऊंचा और पहाड़ी है, जहां पेयजल की समस्या का सामना लोगों को करना पड़ता है. लोकगीत गायिका मैथिली ठाकुर को बुलाया गया है. अपनी गायकी से मैथिली ठाकुर ने समां बांध दिया. लोग मैथिली के गीतों का आनंद लेते नजर आए. मौके पर उनके साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी और जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा भी मौजूद रहे. इससे नालंदा जिले के लोगों को सालों भर पीने के लिए पर्याप्त जल मिल सकेगा.
रविवार, 27 नवंबर 2022

बिहार : प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर शुद्ध जल की आपूर्ति का लक्ष्य
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