14 नवंबर को 'वर्ल्ड डाइबिटीज़ डे' मनाया गया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 15 नवंबर 2022

14 नवंबर को 'वर्ल्ड डाइबिटीज़ डे' मनाया गया

  • 'वर्ल्ड डाइबिटीज़ डे' के अवसर पर मुंबई डायबिटीज केयर फाउंडेशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा 'वॉकथॉन' का सफल आयोजन संपन्न हुआ  

World-dibetiese-day
मुंबई। मुंबई डायबिटीज केयर फाउंडेशन (एमडीसीएफ) और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा 14 नवंबर 2022 को 'वर्ल्ड डाइबिटीज़ डे' के अवसर पर भव्य 'वॉकथॉन' का आयोजन किया गया, जहाँ पर आम जनता ने इस ज्वलंत आवश्यकता का समर्थन करने के लिए हिस्सा लिया,जोकि सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। 'वर्ल्ड डाइबिटीज़ डे' (अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह  दिवस) के दिन लोगों को डाइबिटीज़ के बारे में शिक्षा देने का,जागरूकता पैदा और इसे रोकने के थीम पर रक्खा गया था, जिससे भविष्य में इससे लोगों को बचाया जा सके और मधुमेह के साथ भी आसानी से पूर्ण जीवन जी सके। 'वॉकथॉन' के बाद सबकी की मधुमेह की जांच की गयी और बाद में शानदार व स्वस्थ नाश्ता दिया गया और फिर उनकी जांच की गई । इस अवसर पर एमडीसीएफ के ट्रस्टी डॉ पूर्वी चावला ने कहा,"इस तरह के अभियान से प्रत्याशित परिणाम यह है कि अधिक से अधिक लोग डायबिटीज की जांच करेंगे क्योंकि डायबिटीज वाले आधे लोगों का निदान नहीं हो पाता है। डायबिटीज वाले लोग यह याद रखेंगे कि एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाना मुश्किल हो सकता है। डायबिटीज को अच्छी तरह से प्रबंधित करने और जटिलताओं को रोकने के लिए समय रहते उचित कदम उठाना जरुरी है।"  डायबिटीज लोगों में तेजी से बढ़ रहा है,इसलिए हमें अधिक विशेषज्ञों की आवश्यकता है जो रोगियों की मदद कर सकें। इसी कारण द क्लब, मुंबई में सप्ताहांत में डायबिटीज अनुसंधान और समाधान (डीआरएस),एक अद्वितीय शैक्षणिक सम्मेलन आयोजित किया गया था। पूरे देश और स्थानीय स्तर पर विशेषज्ञों ने डायबिटीज के साथ रहने वाले लोगों के जीवन में सुधार लाने के लिए नवीनतम शोध, तकनीकी प्रगति और क्लिनिकल मामलों को प्रस्तुत करके डायबिटीज के विभिन्न पहलुओं और संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। इस चर्चा के दौरान  एमडीसीएफ के डॉ मनोज चावला और आरएसएसडीआई के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य ने कहा कि डायबिटीज के बारे में शिक्षा और जागरूकता आज के समय की जरूरत है, दोनों सामान्य आबादी और स्वास्थ्य देखभाल करनेवाले डॉक्टर  डायबिटीज के जीवनशैली में संशोधन और दवा प्रबंधन के लिए नवीनतम सिफारिशों को अपनाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: