पटना : बिहार में 51 फीसदी जनता गरीबी रेखा के नीचे है लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश वीआईपी मूवमेंट के नाम पर 250 करोड़ का प्लेन खरीदने जा रहे। उनके इस निर्णय को लेकर भाजपा ने उन्हें निशाने पर ले लिया और इसे नीतीश के मिशन 2024 से जोड़ते हुए इसे गरीब जनता के पैसे की बर्बादी करार दिया। राज्य सरकार के पास वीआईपी मूवमेंट के लिए अभी ‘किंग एयर सी-90 ए/बी’ विमान और वीटी-ईबीजी हेलिकॉप्टर है। भाजपा नेता सुशील मोदी ने इसे लेकर नीतीश पर सवालिया निशान लगाए तो मुख्यमंत्री नीतीश ने भी इसपर अपनी चुप्पी तोड़ी। मुख्यमंत्री नीतीश ने सुशील मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि हमको तो आश्चर्य लगता है कि कोई कुछ बोलता है। जरा पूछ लीजिएगा कि यह लोग पहले क्या बोलते थे। सुशील मोदी पहले बोलते थे कि सरकार को नया विमान खरीदाना चाहिए। हमलोग पहले विमान लिए हुए थे जिसे बाद में ट्रेनिंग के लिए दे दिए। इसके बाद भाड़ा पर लाए। अब बाद देखा गया कि अपनी तरफ से विमान आ जाए तो अच्छा रहेगा। यह सब के हित में है। दरअसल, नीतीश कुमार इस समय चौतरफा मुश्किलों में घिरे हैं। उनके सामने मुख्य चुनौती अपनी पार्टी जदयू का वजूद बचाने की है। सहयोगी राजद लगातार उनपर तेजस्वी को सीएम बनाने का दबाव बनाए हुए है। ऐसे में बिहार में शराबबंदी के बाद जेट और हेलीकॉप्टर का नया मुद्दा विपक्ष यानी भाजपा के हाथ लग गया है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर सरकार पर जबर्दस्त हमलावर है। सुशील मोदी ने जेट और हेलीकॉप्टर खरीद का फैसला बिहार कैबिनेट में होने के बाद सीएम नीतीश को आड़े हाथों ले लिया। आज गुरुवार को सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए पूछा कि क्या नीतीश कुमार ने ये प्लेन तेजस्वी को गिफ्ट करने के लिए खरीदा है? क्या वे इसका इस्तेमाल मिशन—24 में करने की सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने की उनकी इच्छा तो पूरी नहीं होगी। संभवत: वह देश भ्रमण करने की सोच रहे हैं।
गुरुवार, 29 दिसंबर 2022
बिहार : 51 फीसदी आबादी गरीब, फिर 250 करोड़ का प्लेन क्यों?
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