- जन सुराज पदयात्रा का 79वें दिन पुरनहिया से चलकर कुशहर पहुंचे प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने बताया कि भाजपा को हराने के लिए महागठबंधन की मदद क्यों नहीं कर रहे हैं
जन सुराज पदयात्रा के दौरान शिवहर के बसहिया शेख पंचायत में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि 2015 में वो पहले इंसान थे जिन्होंने 'महागठबंधन' शब्द का नाम दिया था। 2015 से पहले लोगों ने गठबंधन सुना था पर महागठबंधन जैसे नाम से परिचित नहीं थे। 2015 में लालू जी, नीतीश जी और कांग्रेस को साथ में जोड़कर मैंने बिहार में प्रयोग किया और जनता के सहयोग से महागठबंधन को जीत मिली। लेकिन 2015 में जीता हुआ महागठबंधन तब टूट गया जब मैं पंजाब चला गया। नीतीश कुमार ने भाजपा का दामन थाम लिया और महागठबंधन की सरकार गिर गई। आगे उन्होंने जनता से सवाल पूछते हुए कहा कि इस बात की क्या गारंटी है कि अगर आज मैं महागठबंधन की मदद करता हूं, तो नीतीश जी दोबारा बीजेपी के साथ नहीं चल जाएंगे।
मुसलमानों की सुरक्षा की जिम्मेवारी हिंदुओं की और हिंदुओं की सुरक्षा की जिम्मेवारी मुसलमानों की है
शिवहर जिले के बसहिया शेख गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने बताया, "गांधी जी ने कहा है कि समाज में मुसलमान भाइयों की सुरक्षा की जिम्मेवारी हिंदुओं की है और हिंदुओं की सुरक्षा की जिम्मेवारी मुसलमान भाइयों की है।" जन सुराज अभियान में खर्च हो रहे पैसे के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि आज आधा-आधा बिहार चाचा-भतीजे के पास है। बिहार के गरीब और पिछड़े लोगों से ये पैसा जुगाड़ कर लेते हैं, तो क्या मैंने इतनी मेहनत से काम कर के जो कुछ कमाया है इस पदयात्रा में नहीं लगा सकता। आज 6 बड़े राज्यों में जो मुख्यमंत्री हैं, जिनकी जीत में मैंने अपना कंधा लगाया है, शुरुआती पैसा उनसे ले रहे हैं। बिहार के किसी गलत आदमी से पैसा नहीं ले रहे हैं, अगर किसी बड़े आदमी से पैसा लेंगे तो जो संकल्प ले कर आए हैं वो कैसे सुनिश्चित करेंगे। किसी भी सही आदमी को पैसे की चिंता नहीं करनी है, वो आप मेरे ऊपर छोड़ दीजिए। आप सभी जनता से हाथ जोड़ कर बोल रहे हैं कि सही आदमी को सामने लाकर हमे बताएं ताकि बिहार और बिहारियों का भला हो सके।
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