डोंगरगांव (आगर), मध्य प्रदेश।
लहू न हो तो कलम तर्जुमा नहीं होता
हमारे दौर में आँसू जबाँ नहीं होता
जहाँ भी जाएगा रोशनी लुटाएगा
किसी चराग का अपना मकां नहीं होता।

जी हाँ। काँग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर भारत जोड़ो यात्रा में साथ चलनेवाले अमरीश रंजन पाण्डेय ने महान शायर वसीम बरेलवी साहब की इन्हीं कालजयी पंक्तियों को साकार किया है। हरलाखी (मधुबनी), बिहार के लाल काँग्रेस नेता अमरीश रंजन पाण्डेय ने राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के प्रतीक इस यात्रा के माध्यम से अपने राष्ट्रीय उत्तरदायित्व का सम्यक निर्वहन करके सम्पूर्ण मधुबनी जिला का नाम देशभर में रौशन किया है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आज आखिरी दिन है। आज यात्रा एम.पी. के आगर के डोंगरगांव पहुंची। यहीं पर समापन कार्यक्रम के उपरांत भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में प्रवेश करेगी। एम.पी. में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मधुबनी (बिहार) से अमरीश रंजन पाण्डेय शामिल हो रहे हैं। *अमरीश को भारत जोड़ो यात्रा के लिए पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश राज्य के लिए मीडिया विभाग का सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है। राहुल गांधी के साथ जीवंत संवाद स्थापित करने के उपरांत अमरीश रंजन पाण्डेय ने कहा, "ज्यों-ज्यों राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कारवां आगे बढ़ रहा है, सम्पूर्ण भारतवर्ष एक सूत्र में जुड़ता जा रहा है। अमन, शांति, सद्भाव और भाईचारे का संदेश देने वाली इस यात्रा को व्यापक जन समर्थन प्राप्त हो रहा है।" विदित हो कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। यह यात्रा लगभग 5 महीने पैदल चलकर कश्मीर में सम्पन्न होना प्रस्तावित है। भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक 3570 किलोमीटर की यात्री कर रहे हैं।
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