पटना में बैठ कर नीतीश कुमार को बिहार में सब कुछ हरा भरा दिख रहा है
जन सुराज पदयात्रा के दौरान ढाका प्रखंड में प्रशांत किशोर ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सुशासन का मॉडल पेश करते हुए नीतीश कुमार ने 600 करोड़ का म्यूजियम बनाया है। जबकि बिहार की जनता के लिए उस म्यूजियम का कोई औचित्य नहीं है, जब बिहार के किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच पाए। बीमार होने पर आपको अस्पताल ही नहीं मिल पाए। इसके आगे प्रशांत किशोर ने कहा सुराज आपके लिए वह है जब आप के खेत में समय से पानी पहुंच जाए, आपके यातायात के लिए सड़क बन जाए, आपके स्थानीय अस्पताल बेहतर हो जाए, विद्यालय सुचारू रूप से चलने लगे। पदयात्रा का उद्देश्य समझाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जिस अभियान पर हम निकलें हैं उसका नाम रखें है 'जनसुराज'। आगे जन सुराज पदयात्रा का मकसद समझाते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पदयात्रा पर निकले हैं, ताकि जिस समाज को बेहतर बनाने का संकल्प लिया है, उस समाज की समस्याओं को अपनी आंख से जान समझ व महसूस कर उसका समाधान निकाल सकें। नीतीश कुमार पर आक्रामक अंदाज पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा उन्हें पटना में बैठकर तो सब कुछ ठीक ही नजर आता है।
जनता लोकतंत्र की हनुमान, शक्तियों का एहसास दिलाने के लिए जामवंत जरुरी
जन सुराज पदयात्रा पर चल रहे हैं प्रशांत किशोर ने एक आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जन सुराज अभियान जनता को जागरूक करने का अभियान है। इसके साथ ही सभा में मौजदू लोगों से बात करते हुए उन्होंने कहा जब तक आप अपनी और अपने बच्चों की चिंता नहीं करेंगे तब तक बिहार को कोई नहीं सुधार सकता है।। आगे प्रशांत किशोर ने कहा आप लोग लोकतंत्र के हनुमान हैं, आपको अपनी शक्तियों का एहसास नहीं है। आपको एक जामवन्त की ज़रूरत है जो यह एहसास दिलाये की जनता जिसका बटन दबाती है राजा वही बनता है।
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