- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतनराम मांझी सहित विपक्ष के अन्य नेताओं को भेजा गया आमंत्रण.
- फासीवादी हमले से लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण, विषय पर होगा कन्वेंशन
पटना 24 जनवरी, पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाॅल में 15-20 फरवरी 2023 तक होने वाले भाकपा-माले के 11 वें महाधिवेशन के दौरान 18 फरवरी को विपक्षी एकता के सवाल पर एक विशेष सत्र होगा. महाधिवेशन के ही मंच से फासीवादी हमले से लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण के सवाल पर यह राष्ट्रीय कन्वेंशन आयोजित हो रहा है. भाकपा-माले ने इस कन्वेंशन में शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतनराम मांझी सहित विपक्ष के कई नेताओं को आमंत्रण भेजा है. झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के भी शामिल होने की उम्मीद है. कांग्रेस को भी आमंत्रण भेजा जा रहा है. भाकपा-माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा व वरिष्ठ पार्टी नेता केडी यादव ने विगत दिनों मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और उन्हें राष्ट्रीय कन्वेंशन में शामिल होने का न्योता दिया. माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य हस्ताक्षरित आमंत्रण माले राज्य सचिव कुणाल व केडी यादव ने दो दिन पहले उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव और आज पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतनराम मांझी को भी दिया. 16 फरवरी को महाधिवेशन के खुले सत्र को सीपीएम, भाकपा, आरएसपी, फारवर्ड ब्लाॅक, आरएमपीआई (पासला), लाल निशान पार्टी, सत्यशोधक समाज पार्टी, मासस आदि वामपंथी दलों के राष्ट्रीय नेतागण भी संबोधित करेंगे. भाकपा-माले बिहार राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि हमारा महाधिवेशन भाजपा के फासीवादी अभियान व उन्माद के खिलाफ विपक्ष की व्यापक एकता के निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा. इस बीच, जिलों में 15 फरवरी की गांधी मैदान की रैली की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है. गांव-गांव बैठकें आयोजित हो रही हैं. इस मौके पर एक स्मारिका का भी प्रकाशन हो रहा है.
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