भाकपा-माले केंद्रीय कमिटी की बैठक कल से, कई केंद्रीय नेता पहुंचे पटना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 12 फ़रवरी 2023

भाकपा-माले केंद्रीय कमिटी की बैठक कल से, कई केंद्रीय नेता पहुंचे पटना

‘का. (प्रो.) अरविंद कुमार सिंह हमारी यादों में’ पुस्तिका का हुआ लोकार्पण

काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य 12 फरवरी की शाम पहुंचेंगे पटना.

Cpi-ml-central-team
पटना 12 फरवरी, ‘‘20 वर्षों के अंतराल के बाद पटना में आज जब हम भाकपा-माले के 11 वें महाधिवेशन की तैयारी में लगे हुए हैं, हमारे बीच का. अरविंद कुमार सिंह भौतिक रूप में मौजूद नहीं हैं.. लेकिन हमें उनके जीवन और विचारों से प्रेरणा लेकर इस 15 फरवरी को गांधी मैदान में आयेजित रैली व 11 वें पार्टी महाध्विेशन को सफल बनाना है. का. अरविंद कुमार सिंह एक मृदुभाषी लेकिन सभी विपरीतताओं के बीच दृढनिश्चयी और संकल्पबद्ध साथी थे, जो लंबे समय तक हमारे साथ रहे और जीवन के अंतिम समय तक कम्युनिस्ट मिशन के प्रति समर्पित रहे. वे हमारे अत्यंत ही प्रिय साथियों में थे. यह शोक शब्दों में बयान नहीं हो सकता. इस समय हम केवल यही उम्मीद कर सकते हैं कि उनका अनवरत समर्पण भाव हम तमाम लोगों के अंदर भी जीवित बचा रहे.’’ ये बातंे भाकपा-माले पोलित ब्यूरो के वरिष्ठतम सदस्य का. स्वदेश भट्टाचार्य ने आज भाकपा-माले द्वारा प्रकाशित पुस्तिका ‘का. प्रो अरविंद कुमार सिंह हमारी यादों में’ के लोकार्पण के अवसर पर कहीं. का. (प्रो.) अरविंद कुमार सिंह भाकपा-माले के एक वरिष्ठ नेता और राज्य के पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में (पुराना मगध विश्वविद्यालय) में रसायनशास्त्र के शिक्षक थे. 10 मई 2021 को कोविड महामारी के दौरान उनका असामयिक निधन हो गया था. उन्होंने भाकपा-माले के केंद्रीय हिंदी मुखपत्र समकालीन लोकयुद्ध और चर्चित हिंदी साप्ताहिक समकालीन जनमत समेत भाकपा-माले की कई पत्र-पत्रिकाओं व पुस्तकों के प्रकाशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. प्रो. अरविंद कुमार सिंह का जन्म 13 फरवरी, 1952 में पटना जिले के मसौढ़ी प्रखंड स्थित पंडितगंज बारा के एक किसान परिवार में हुआ था. वे छात्र जीवन में ही नक्सलवादी आंदोलन से प्रभावित हुए और आगे चलकर भाकपा-माले के पूरावक्ती कार्यकर्ता व नेता बने. ‘का. (प्रो.) अरिवंद कुमार सिंह हमारी यादों में’ नामक पुस्तिका में भाकपा-माले नेताओं समेत का. अरविंद कुमार सिंह को जानने वाले लोगों की उनसे जुड़ी यादें संकलित की गई हैं. जिसमें वरिष्ठ भाकपा-माले नेता प्रभात कुमार चैधरी, चर्चित संस्कृतिकर्मी सुमंत शरण, चर्चित पत्रकार अनिल चमड़िया, भाकपा-माले नेत्री व उनकी संगिनी का. अनिता सिन्हा, उनके पुत्र अभिनव व उनकी पत्नी रंजनी, उनके अनुज व ट्रेड यूनियन नेता आरबी सिंह और उन्हें जानने वालों में बिहार सरकार के अधिकारी विनय कुमार, न्यायिक अधिकारी महविश फातिमा आदि के संस्मरण शामिल हैं. लोकार्पण के मौके पर भाकपा-माले पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रभात कुमार चैधरी, धीरेन्द्र झा व राजाराम सिंह, वरिष्ठ पार्टी नेता नंदकिशोर प्रसाद, समकालीन लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर व प्रबंध संपादक संतलाल, ऐपवा नेत्री मीना तिवारी, वरिष्ठ नेता केडी यादव समेत कई लोग उपस्थित थे.


भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी की बैठक कल से

15 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में आयोजित लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ रैली और 11 वें महाधिवेशन की तैयारी अपने अंतिम दौर में पहुंच गई है. कल 13 फरवरी को राज्य कार्यालय में 12 बजे से पार्टी की केंद्रीय कमिटी की बैठक होगी. बैठक के लिए कई केंद्रीय नेताओं का पटना आगमन शुरू हो चुका है. भाकपा-माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य 12 फरवरी की शाम पटना पहुंच जायेंगे. केंद्रीय कमिटी की इस बैठक में 15 की रैली और महाधिवेशन की कार्यवाही के संचालन पर विस्तार से बात होगी और उसे अंतिम स्वरूप प्रदान किया जाएगा.

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