बिहार : देश बचाने के संकल्प के साथ सड़क पर उतरे संस्कृतिकर्मी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 5 फ़रवरी 2023

बिहार : देश बचाने के संकल्प के साथ सड़क पर उतरे संस्कृतिकर्मी

  • 15 फरवरी की रैली के प्रचार में सप्ताह भर के अभियान की हुई शुरूआत
  • भगत सिंह चैक पर माले राज्य सचिव ने झंडा दिखलाकर कारवां को किया रवाना.

Cpi-ml-protest
पटना, 5 फरवरी, भाकपा-माले के 11 वें महाधिवेशन के मौके पर 15 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ रैली के प्रचार में जनसंस्कृति मंच की पटना इकाई का एक सप्ताह का सांस्कृतिक अभियान आज से शुरू हो गया. गांधी मैदान स्थित शहीद-ए-आजम भगत सिंह की मूर्ति पर सबसे पहले माल्यार्पण किया गया और उसके बाद एक संक्षिप्त सभा की गई. भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने लाल झंडा दिखलाकर इस कारवां को आगे की ओर विदा किया. मौके पर पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य काॅ. रामजी राय सहित जसम के गालिब, अनिल अंशुमन, राजन, प्रमोद यादव, पुनीत आदि उपस्थित थे. इस अवसर पर माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि हमारी रैली फासीवादी गिरोहों को मुकम्मल तौर पर पीछे धकेलने और लोकतंत्र-देश व संविधान बचाने के लिए हो रही है. इसमंे संस्कृतिकर्मियों की बड़ी भूमिका है. भाजपा और आरएसएस जैसी फासिस्ट ताकतें संस्कृति का ही चोला ओढ़कर हिंसा व नफरत की राजनीति कर रही हैं. हमें उस गंगा-जमुनी तहजीब को बचाना है जो लंबे अर्से से हमारे देश की पहचान रही है. रामजी राय ने कहा कि पटना में आयोजित 15 फरवरी की रैली का ऐतिहासिक महत्व है. आज पूरा देश बिहार की ओर देख रहा है. उन सबको उम्मीद है कि बिहार ही भाजपा रूपी से विपदा से देश की जनता की मुक्ति का रास्ता दिखलाएगा. विगत दिनों बिहार की सत्ता से भाजपा की विदाई से उम्मीद बढ़ी है. यदि देश, संविधान और लोकतंत्र को बचाना है तो हम सबको मिलकर व्यापक एकता का निर्माण करना होगा और न केवल राज से बल्कि समाज से भी भाजपा की विदाई तय करनी होगी. कार्यक्रम के संयोजक व पटना शहर के जाने माने शिक्षाविद गालिब ने कहा कि यह एक सप्ताह का अभियान है. इसके तहत हम पटना के विभिन्न मुहल्लों में अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए आम लोगों से 15 फरवरी की रैली में शामिल होकर देश बचाने की अपील करेंगे.

कोई टिप्पणी नहीं: