मधुबनी : बच्चों में विज्ञान के प्रति अभिरुचि जगाएँ लोग : डॉ० मुकेश जेवरिया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2023

मधुबनी : बच्चों में विज्ञान के प्रति अभिरुचि जगाएँ लोग : डॉ० मुकेश जेवरिया

  • लेजर का उपयोग अब आम : डॉ० नवीन निश्चल

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मधुबनी, (अजय धारी सिंह) ऑप्टिकल फाइबर संचार में आणविक प्रक्रिया, लेज़र, नैनो एवं टेराहर्ज तकनीक" विषय पर एमएलएस कॉलेज, सरिसब-पाही में हो रहे अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के  प्रोसीडिंग किया गया। जिसमें डॉ० विजय मिश्र, डॉ० मुकेश जेवरिया, डॉ० वेदनाथ झा, डॉ० विनीत, डॉ० रवि भारती, डॉ० देवेश पांडेय, श्री राजीव झा आदि शामिल थे। सेमिनार के दूसरे दिन सीएसआईआर, दिल्ली से आए डॉ. मुकेश जेवरिया का टेराहर्ज़ तकनीक पर, द्रोणाचार्य कॉलेज, गुड़गांव के डॉ० जे.आर.अंसारी का नैनो पार्टिकल्स और रियल लाइफ एप्लीकेशन विषय पर, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डॉ.विनीत का नैनो पार्टिकल्स इन डाई डीग्रेडेशन पर शोध आलेख प्रस्तुत हुआ। साथ ही आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, पटना के डॉ० राकेश कुमार सिंह, भौतिकी विभाग, त्रिभुवन विश्वविद्यालय, नेपाल के डॉ० अजय कुमार झा एवं आईआईटी, पटना के डॉ० नवीन कुमार निश्चल ने संदर्भ विषय पर गंभीरता से अपने विचार व्यक्त किये। डॉ० नवीन ने ऑप्टिक्स, लेजर और टेराहर्ट्ज का आम उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने एलईडी बल्ब के उपयोग से बिजली की कम खपज के बारे में कहा। 


डॉ० मुकेश जेवरिया ने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा और अभिरुचि उत्पन्न करने पर ध्यान देना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन होने से छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं गवेषकों  में निश्चित रूप से विज्ञान को समझने का मौका मिलेगा। निकट भविष्य में विज्ञान के क्षेत्र में आनेवाली नई नई तकनीकों से परिचित होने का अवसर ऐसे सेमिनारों से मिलता है। हमारे समाज के बच्चे अगर ऐसे कार्यक्रमों से कुछ भी ग्रहण करने का प्रयास करते हैं तो निश्चित रूप से पूरे समाज की बेहतरी में वे भविष्य में अपना योगदान देने लायक  बन जायेंगे। वहीं आईआईटी पटना से आए प्रो० नवीन कुमार निश्चल का शोधक्षेत्र "प्रकाश" रहा। उन्होंने लेज़र तकनीक के बारे में गंभीरता से अपना विचार व्यक्त किया।


विज्ञान पर आधारित इस सेमिनार में श्री दीपक कुमार विश्वकर्मा, सिकन्दर अंसारी, डॉ. दिनेश्वर पासवान, डॉ. राजीव कुमार झा, श्री राजीव झा, सना परवीन, डॉ. संजू यादव, डॉ. शकुन्तला, डॉ. ममता, डॉ. कृष्णकांत झा, प्रफुल्ल झा, डॉ. दस्तगीर आलम सहित कई वैज्ञानिक, शिक्षक एवं गवेषक भाग ले रहे हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार को सफल बनाने में मो० अनायत हुसैन, सुरेश प्रत्यूष, विक्की मण्डल, अर्चना कुमारी, रिया कुमारी, रोहित ब्रह्मानन्द, सुष्मिता कुमारी, नीतू, प्रीति, विकास कुमार झा, खुशबू, लक्ष्मी कुमारी एवं शिवानी का अहम रोल रहा। मधुबनी के इस ग्रामीण क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन से लोगों में हर्ष व्याप्त है।

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