लोकसभा में भी इस मुद्दे पर चर्चा
पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कुछ साल पहले लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा कि देश में भूकंपों के इतिहास को देखें तो भारत की लगभग 59 प्रतिशत भूमि विभिन्न तीव्रता के भूकंपों के प्रति संवेदनशील है। वर्तमान में ये आंकड़े बताते हैं कि जोन 5 में आने वाला इलाका खतरे में है. विद्वानों और विशेषज्ञों के अनुसार यहां रिक्टर पैमाने पर 9 तीव्रता का भूकंप आ सकता है। अत: कम तीव्रता वाले भूकंप जोन 2 में आते हैं। वर्तमान में, देश में 11 क्षेत्र जोन 5 के अंतर्गत आते हैं, जबकि 18 प्रतिशत क्षेत्र जोन 4 के अंतर्गत आता है। 30 प्रतिशत क्षेत्र जोन 3 के अंतर्गत आता है और शेष जोन 2 के अंतर्गत आता है। उन्होंने यह भी बताया कि भूकंप का सीधा असर मध्य हिमालय में सबसे ज्यादा दिखाई देगा।_
जोन 5 क्षेत्र में देश के कौन से हिस्से शामिल हैं?
गुजरात, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, असम, बिहार, जम्मू कश्मीर, अंडमान निकोबार जोन 5 के अंतर्गत आते हैं। इसलिए, इन इलाकों पर राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही है।।।_
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