दरभंगा : वर्षों से बसे भूमिहीन परिवारों का सर्वे करेगा खेग्रामस - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 18 मार्च 2023

दरभंगा : वर्षों से बसे भूमिहीन परिवारों का सर्वे करेगा खेग्रामस

  • दलित-गरीबों को उजाड़ने के खिलाफ 28 मार्च को विधानसभा के समक्ष खेग्रामस का होगा प्रदर्शन

dhirendra-jha-cpi-ml
पटना, 18 मार्च, दरभंगा के रजवाड़ा में दशकों से बसे 55 दलितों के घरों को बुलडोजर के जरिए ध्वस्त करने, उलटे दर्जनों निर्दोष महिला-पुरुषों सहित महज विरोध करने के कारण भाकपा-माले नेता अशोक पासवान, पप्पू खां व अन्य लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाने के खिलाफ आगामी 24 मार्च से विधानसभा के समक्ष आमरण अनशन किया जाएगा. यह जानकारी आज भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य व खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव का. धीरेन्द्र झा ने दी. उन्होंने कहा कि भाकपा-माले विधायकों के हस्तक्षेप से मुख्यमंत्री ने जांच का आदेश दिया था लेकिन कोई तथ्य नहीं मिलने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने सामंतों के दबाव में न्याय का गला घोंटने का काम किया है. घूसखोर आईजी ने मामले में थाना, अंचल, डीएसपी को बचाते हुए दलित विरोधी जमींदारों के पक्ष में काम किया और माले नेताओं को निशाना बनाया. दरभंगा से पटना तक न्याय को दबाने का काम किया गया. अनशन पर भाकपा-माले राज्य कमिटी की सदस्य व खेग्रामस नेत्री शनिचरी देवी, भाकपा-माले नेता सह पूर्व प्रमुख हरि पासवान और कलीम नदाफ बैठेंगे. अनशन पर रिंकू देवी भी बैठेंगी जिनकी मां की मौत इसी घटना में पुलिस की पिटाई से जेल में हुई है. अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) द्वारा भी गरीबों को उजाड़ने, उजाड़ने के लिए नोटिस देनेे, बकाया बिजली बिल माफ करने, 100 यूनिट फ्री बिजली देने, मनरेगा में 200 दिन काम, 600 रुपए दैनिक मजदूरी और कार्यस्थल पर भुगतान तथा पेंशन 3000 रुपए करने की मांग को लेकर 28 मार्च को विधानसभा के समक्ष विशाल प्रदर्शन किया जाएगा. धीरेन्द्र झा ने कहा कि प्रदर्शन में बड़ी संख्या में दलित-गरीबों की भागीदारी होगी. तटबंधों, पोखरों, नदी किनारे और सरकारी या मालिक जमीन पर वर्षों से बसे भूमिहीन परिवारों का सर्वे खेग्रामस की ओर से किया जाएगा. संगठन मुकम्मल सर्वे के आधार पर नया-वास आवास कानून बनाने की मांग राज्य सरकार से कर रहा है.

कोई टिप्पणी नहीं: