बिहार : बेहतर ढंग से इंद्रवज्र एप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 23 मार्च 2023

बिहार : बेहतर ढंग से इंद्रवज्र एप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

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पटना. कारितास इंडिया डोनर एजेंसी है.इस डोनर एजेंसी के द्वारा बिहार वाटर डेंवलपमेंट सोसाइटी नामक संस्था को सहयोग दिया जा रहा है.इस सोसाइटी ने कारितास इंडिया के सहयोग से धन्य होकर नवादा जिले के कौवाकोल प्रखंड  के 20 गांव में 'ग्लोबल प्रोग्राम' चलाया जा रहा है.ग्लोबल प्रोग्राम के प्रोग्राम के प्रोग्राम  कोर्डिनेटर जौन डीकूज ने बताया कि यहां पर जलवायु परिवर्तन, सुखाड़, जीविकोपार्जन को बढ़ावा देने के लिए जोरदार ढंग से कार्य किया जा रहा है. जगजाहिर है कि भारत के बहुत ही महत्वपूर्ण राज्यों में बिहार भी एक है. वहीं देश और दुनियां हर जगह बिहारियों ने अपने राज्य के नाम का डंका बजाया हुआ है. ऐसे तो बिहार का गठन 22 मार्च 1912 को हुआ था, लेकिन 22 मार्च को बिहार दिवस (Bihar Diwas 2023) का मनाने का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2010 से बड़े पैमाने पर हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस मनाना शुरू किया. इस अवसर कारितास इंडिया और बिहार वाटर डेंवलपमेंट सोसाइटी ने मिलकर बिहार दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में इंद्रवज्र एप का प्रदर्शन किया है.उन दोनों संस्थाओं के द्वारा प्रथम प्रस्तुति है.इसमें बिहार वाटर डेंवलपमेंट सोसाइटी के ग्लोबल प्रोग्राम के प्रोग्राम कोर्डिनेटर श्री जौन डीकूज, कारितास इंडिया के स्टेट कोडिनेटर श्री अभिषेक कुमार, प्रोग्राम एसोसिएट श्रीमति निधि रानी ,श्री लोकेश एवं श्री नवेनदु पाण्डेय का सहयोग मिल रहा है.उनलोगों के द्वारा बेहतर ढंग से इंद्रवज्र एप के बारे में महत्वपूर्ण  जानकारी दी जा रही है. बताया गया कि बिहार सरकार के द्वारा 04 जुलाई 2020 को इंद्रवज्र एप (Indravajra App) लॉन्च किया गया था.यह आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) की ओर से बिजली से बचाव के लिए इंद्रवज्र मोबाइल एप (Indravajra Mobile App) लॉन्च किया गया. सभी लोगों से इस एप को अपने फोन में डाउनलोड करने की अपील की गई है.ऐसा करने से बिजली गिरने सेजिंदगी को बचाने के लिए 45 मिनट मिल जाएगा.आज इंद्रवज्र एप और तड़ित चालक ( lightning arrester ) पर अधिक जानकारी दी गई.

     

देश के कई हिस्सों में इन दिनों तेज आंधी, तूफान और बिजली गिरने से जान माल की भारी क्षति हो रही है. ऐसे में अब लोगों को बिजली गिरने की सूचना 45 मिनट समय से पहले ही मिल जाएगी. जिससे जान-माल का नुकसान कम किया जा सकता है. यह जरूरी है कि जब कभी आकाश में गरज व चमक की स्थिति बने तो सुरक्षित जगहों पर रहना ही एक बेहतर उपाय होता है.मौसम विभाग ने एक ऐसा एप लोगों को समर्पित किया है, जिससे एक क्लिक में वज्रपात की जानकारी मिल जाएगी.मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि ठनका गिरने से जन-धन की बहुत हानि होती है.  इसलिए ‘इंद्रवज्र’ एप बनाया गया है.इस एप को चालू करने से लंबी दूरी के दायरे में यदि ठनका गिरने की संभावना रहती है, उसकी सूचना उसमें दिखाता है.यह आम आदमी के लिए बहुत ही उपयोगी है.इस एप को लोग अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकते है. फिल्ड में काम करने वालों व अन्य लोगों को यह काफी मददगार साबित होगा.अगर कोई कार से कहीं जा रहे हैं और बिजली कड़कने लगे तो कार के अंदर ही दरवाजे बंद करके बैठे रहें, क्योंकि बिजली कार पर गिरेगी तो उसकी ऊपरी सतह से होते हुए सीधे जमीन में चली जाएगी, कार के अंदर नहीं जाएगी. इस तरह की जानकारी को प्रचारित व प्रसारित किया जा रहा है.यह बताया जा रहा है कि कोशिश करें कि मेटल के नल से भी दूर रहें. इस समय अगर आप पुल, नदी, झील में हों तो तुरंत बाहर निकलकर घर में आ जाएं या आने का मौका न हो तो निकलकर किसी जगह बैठ जाएं. जंगल में हों तो छोटी झाड़ियों के पास आ जाएं अथवा बड़े वृक्ष हों तो उससे थोड़ी दूर जाकर बैठ जाएं.  बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी डॉ. उदयकांत मिश्रा माने जाते हैं.वे आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य थे.जिन्हें अब डॉ. उदयकांत मिश्रा को उपाध्यक्ष की कुर्सी दी गई है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री होते हैं.उनके अलावे आपदा  प्रबंधन विभाग का सचिव संजय कुमार अग्रवाल कारितास इंडिया और बिहार वाटर डेंवलपमेंट सोसाइटी के स्टॉल पर आकर इंद्रवज्र देखा और प्रयास का गुनगान किये.दोनों अधिकारी टीम के साथ तड़ित रोधक का दौरा किया था.काफी संख्या में दिलचस्पी से बच्चों ने पेंटिंग इवेंट में भाग लिया.Stall No.15 है बिहार राज्य आपदा प्रबंधन गेट  5 के पास है.

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