सीहोर : युवा संकल्प दिवस पर लिया स्वरोजगार का संकल्प - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 24 मार्च 2023

सीहोर : युवा संकल्प दिवस पर लिया स्वरोजगार का संकल्प

  • -स्वावलंबी अभियान के तहत हुआ आयोजन।
  • -जिले के 5 सफल युवा उद्यमियों का किया सम्मान।

Yuva-sankalp-diwas-sehore
सीहोर। शहीद दिवस के उपलक्ष्य में स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत युवा संकल्प दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नंदकिशोर पाटीदार ने संबोधन में कहा कि व्यक्ति पूरी लगन और सिद्वत से काम करे तो उसे निश्चत ही सफलता मिलती हैं उन्होने बताया कि वह बहुत ही छोटे परिवार से आते है और लगातार कडी मेहनत के बल पर एक ऐसी कंपनी खडी की है जो पुरे प्रदेश में अग्रीण कंपनी मानी जाती है। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि नंदकिशोर पाटीदार एवं मुख्य वक्ता तिलकराज दांगी का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सीहोर के पांच युवा राजेश गौर, गौरव बाथम, सत्येंद्र राठौर, अनुराग सोडानी, रविप्रताप सिंह का सम्मान प्रतिक चिंह देकर किया गया। इसके पश्चात सभी युवा उद्यमियों ने अपनी सफलता की कहानियां लोगो के बीच रखी। गौरव बाथम  ने बताया कि बहुत छोटे से की थी शुरूआत आज मेरी कंपनी प्रदेश के टाॅप स्टाटप में 14 वे नंबर पर है और आज उनकी कंपनी में बहुत सारे युवा कार्य कर रहे है। उन्होनें बताया की जब मेरी कंपनी में कोई युवा जाॅव के लिए आता है और बोलते है कि हम सीहोर से है तो मुझे बहुत अच्छा लगता है कि हमारे सीहोर में भी बहुत युवा है ओर वो भी मेरी कंपनी में है इस अभियान में मेरी कोई अवश्यकता लगती है तो में भी तैयार हुं। रविप्रताप ने बताया कि में कृषि आधारीत उद्योग में आठ बार असफल हुआ यह तक की बहुत परेशानी का सामना करना पडा। इसके बाद फिर प्रयास किया और आज कृषि आधारित दुग्ध व्यवसाय में आज कई जिलों मे दुग्ध दे रहा हुं। वही राजेश गौर बताते है कि इस अभियान में मेरे द्वारा कोई भी सहयोग कि आवश्यकता होगी तो में तैयार हुं। और युवाओं को टेनिंग देने से लेकर नया उद्योग भी प्रारंभ कराके सहयोग देता हंु।


पूर्ण रोजगारयुक्त ही रहा है भारत... तिलकराज

कार्यक्रम में उद्यमियों की सफलता की कहानियों के बाद मुुख्य वक्ता वनवासी कल्याण परिषद के प्रांत संगठन मंत्री तिलकराज दांगी ने अपने वक्तव में कहां की पूर्ण रोजगारयुक्त ही रहा है भारत केवल आर्थिक रूप से संपन्न ही नहीं रहा, भारत, बल्कि उसकी यह विशेषता भी रही है कि वह पूर्ण रोजगारयुक्त रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था का प्रकार ही ऐसा था कि प्रत्येक युवा स्वतः्स्फूत और उत्पादन की प्रक्रिया में जाता ही था। इसलिए प्राचीन भारत में बेरोजगारी शब्द तक किसी ने नहीं सुना था। इसका अनुमान इस बात से भी लगाया जा सकता है कि भारत की सबसे प्राचीन व समृद्ध भाषा संस्कृत में बेरोजगारी के लिए कोई पर्यायवाची शब्द तक नहीं है। क्योंकि प्राचीन भारत में कोई बेरोजगार हो सकता है, इसकी कल्पना तक भी नहीं थी। प्रत्येक व्यवसाय, उद्योग अथवा कृषि में लोग सहज स्वभाविक रूप से जाते ही थे। युवा अपने परिवार के अथवा समुदाय के व्यवसाय में छोटी आयु से  प्रशिक्षण भी प्राप्त करता था व अपनी आजीविका भी अर्जित करने लग जाता था। आज जरूरत है की हर युवा को अपना खुद का उद्योग जरूर करना चाहिए। कार्यक्रम में रोजगार सृजन केन्द्र के जिला समनव्यक विनीत दुबे ने आभार प्रकट किया इसके बाद भारत माता की आरती कर कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेश गुप्ता, जितेन्द्र खत्री, केबी बग्गा, नरेन्द्र राजपुत, आशीष पचैरी, प्रताप मेंवाडा, गोविंद मंसुरे, अनूप चैधरी, कृपाल दांगी, सत्यम राठौर, विपीन राठौर सहित कई लोगा मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं: