जन सुराज पदयात्रा के दौरान सारण में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में 100 में से 60 आदमी के पास एक धूर भी जमीन नहीं है। पिछले 75 सालों में भूमि सुधार का कोई काम नहीं हुआ है। बाकी बिहार में 40 में से 35 आदमी ऐसे हैं जिनके पास 2 बीघा से कम जमीन है। बिहार में जो लोग खेती का काम करते हैं, वो कमाने वाली खेती नहीं करते। वो खेत में वही उगा रहे हैं, जो वो पूरे साल खाने में उपयोग कर सकते हैं। गेंहू की खेती के सतह पर सरसों इसलिए उगा रहे हैं कि पूरे साल तेल की कमी न हो। आज खेतिहर किसान ये नहीं सोचते हैं कि उस तेल को बेचकर वो पैसा भी कमा सकते हैं। बिहार में केवल 100 में से 5 आदमी ऐसा है, जो कमाने वाली खेती कर रहा है। बिहार में जो लोग खेती से अपना पेट भर रहे हैं या खेत में मजदूरी कर रहे हैं, आज बिहार में खेती आमदनी का कोई जरिया नहीं है।
शनिवार, 1 अप्रैल 2023
बिहार में 100 में से 60 लोगों के पास एक धूर भी जमीन नहीं : प्रशांत किशोर
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें