बिहार : नेता इसलिए सुरक्षा लेकर चलते हैं ताकि जनता के सवालों से बच सके - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 19 अप्रैल 2023

बिहार : नेता इसलिए सुरक्षा लेकर चलते हैं ताकि जनता के सवालों से बच सके

  • मैं 6 महीने से पैदल चल रहा हूं किसी ने मुझे गाली तक नहीं दी : प्रशांत किशोर

Prashant-kishore-jan-suraj
जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पुराने जमाने में क़िस्से कहानियों में सुना था कि राजा भेष बदलकर अपने राज्य में निकलते थे अपनी प्रजा का हाल जानने कि प्रजा सुखी है या नहीं। लेकिन आज हम जिसको बटन दबाकर राजा बना रहे हैं, रात में आने कि बात छोड़ दीजिए वो दिन में भी सुध लेने नहीं आ रहा है। कभी दिन में गलती से आ भी जाता है तो इतनी पुलिस और सुरक्षा लेकर चलता है, हमसे भेंट ही नहीं हो पाती है। नेता सुरक्षा के नाम पर इतनी पुलिस लेकर घूम रहे हैं कि जनता से सामना ही नहीं हो पाता है। प्रशांत किशोर ने कहा कि हम पिछले 190 दिन से ज़्यादा बिहार के गाँव-गाँव घूम रहे हैं। इतनी बड़ी व्यवस्था है लेकिन हमारे साथ एक भी सिपाही नहीं है। हमको आज तक किसी ने गाली भी नहीं दी है। नेता जो सुरक्षा लेकर चलता है, वो इसलिए चलता है ताकि आप उससे पूछ ना लें कि आपने जो वादा किया था उसका क्या हुआ। इसलिए नेता आपसे बचने के लिए सुरक्षा लेकर चलता है।

कोई टिप्पणी नहीं: