इलाहाबाद धर्मप्रांत के एमेरिटस बिशप इसिडोर फर्नांडीस का निधन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 27 अप्रैल 2023

इलाहाबाद धर्मप्रांत के एमेरिटस बिशप इसिडोर फर्नांडीस का निधन

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बैंगलोर. हाल ही में उत्तरप्रदेश सरकार ने अपने प्राचीनतम शहरों में से एक इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने को मंज़ूरी दी थी. मगर ईसाई समुदाय का इलाहाबाद धर्मप्रांत के नाम से ही धर्मप्रांत संचालित है. इलाहाबाद धर्मप्रांत के बिशप इसिडोर फर्नांडीस (76) बिशप एमेरिटस का बुधवार 26 अप्रैल 2023 को शाम 5.30 बजे नाज़रेथ अस्पताल, इलाहाबाद में बड़े पैमाने पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. अंतिम संस्कार विवरण की प्रतीक्षा है. वह 4 अगस्त 1988 से 31 जनवरी 2013 तक इलाहाबाद के बिशप थे. उनका जन्म 2 जनवरी 1947 को शिरवा (अवर लेडी ऑफ हेल्थ चर्च), कर्नाटक में हुआ था, जो पहले मैंगलोर के धर्मप्रांत में और वर्तमान में उडुपी के धर्मप्रांत में है. उनके माता-पिता श्री कास्मिर फर्नांडीस और श्रीमती लुसी फर्नांडीस थे. वह पांच भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं.उसके दो भाई और इतनी ही बहनें हैं. उनकी बहन फ्लोरिन फर्नांडिस मैरी के फ्रांसिस्कन मिशनरीज के कांग्रेगेशन में एक नन हैं. उन्होंने कर्नाटक के उडुपी के शिरवा में सेंट मैरी हाई स्कूल में अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की. इसके बाद वे 1 जुलाई 1963 को लखनऊ में सेंट पॉल माइनर सेमिनरी में शामिल हुए और फिर उन्हें पापल सेमिनरी, पुणे भेजा गया, जहाँ उन्होंने दर्शन और धर्मशास्त्र का अध्ययन किया. उन्हें मोस्ट द्वारा इलाहाबाद धर्मप्रांत के लिए पुरोहित के रूप में नियुक्त किया गया था 29 अक्टूबर 1972 को पूना के तत्कालीन बिशप रेव विलियम गोम्स. पुरोहित के रूप में उन्होंने होली रोज़री चर्च, प्रतापगढ़ में सहायक पल्ली पुरोहित के रूप में, सेंट जोसेफ कॉलेज, इलाहाबाद में वाइस प्रिंसिपल के रूप में, नज़ारेथ अस्पताल, इलाहाबाद के निदेशक के रूप में, डायोकेसन प्रोक्यूरेटर के रूप में, सेंट जोसेफ कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया। इलाहाबाद धर्मप्रांत के विकर जनरल और बाद में इलाहाबाद धर्मप्रांत के बिशप बने. जब बिशप बैपटिस्ट मुदर्थ, फादर की सेवानिवृत्ति के बाद यह दृश्य खाली हो गया. इसिडोर फर्नांडीस को 41 वर्ष की आयु में 5 मई 1988 को पोप सेंट जॉन पॉल द्वितीय द्वारा इलाहाबाद के बिशप के रूप में नियुक्त किया गया था. उनका एपिस्कोपल समन्वय 4 अगस्त 1988 को सेंट जोसेफ कैथेड्रल, इलाहाबाद में आगरा के तत्कालीन आर्चबिशप मोस्ट रेव सेसिल डी’एसए द्वारा किया गया था. उन्होंने आगरा क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने नेतृत्व के गुणों का प्रदर्शन किया. वह राष्ट्रीय युवा कार्यालय (CBCI) के साथ-साथ राष्ट्रीय संवाद और सार्वभौमिकता आयोग (CBCI) के सदस्य थे. वे ईसाई प्रचार के लिए सीसीबीआई आयोग के सदस्य भी थे. आगरा क्षेत्रीय स्तर पर वे युवा आयोग के अध्यक्ष थे. वे सेंट जोसेफ रीजनल सेमिनरी, इलाहाबाद के लगातार पांच वर्षों के कार्यकाल के लिए अध्यक्ष भी रहे. 31 जनवरी 2013 को, पोप बेनेडिक्ट सोलहवें ने इलाहाबाद  धर्मप्रांत   के देहाती देखभाल से बिशप इसिडोर फर्नांडीस के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया. वह 50 साल से पादरी हैं और 34 साल से बिशप हैं.

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