बिहार : पूरी दुनिया में गुड फ्राइडे मनाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 9 अप्रैल 2023

बिहार : पूरी दुनिया में गुड फ्राइडे मनाया

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पटना.आज पूरी दुनिया में गुड फ्राइडे मनाया जा रहा है.गुड फ्राइडे ईसाइयों का एक बड़ा त्योहार है. इस त्योहार में ईसाई धर्म को मानने वाले चर्च में जाते हैं और प्रार्थना करते हैं.लेकिन इस दिन चर्च में उत्सव का माहौल नहीं होता है. दरअसल गुड फ्राइडे को प्रभु ईसा मसीह को क्रूस पर लटकाया गया था. जहां बेहद कष्टों का सामना करते हुए प्रभु ईसा मसीह को देह त्याग करना पड़ा था.इस कष्ट से मर्माहत होकर ईसाई समुदाय 40 दिन दुख भोग के रूप में मनाया.उपवास और परहेज रखा. अपने सामर्थ्य के अनुसार दान-दक्षिणा दिए.आज दुख भोग का अंतिम शुक्रवार है. यह कहा जाता है कि ईसाई धर्म के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक गुड फ्राइडे भी है जो आज मनाया जा रहा है. यह वह दिन है जब ईसाई धर्म के लोग येसु मसीह के क्रूस को याद करते हैं. ईस्टर संडे से पहले वाले शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया जाता है.दुनियाभर के ईसाई समुदाय के लोग गुड फ्राइडे को तपस्या, दुःख और उपवास के दिन के रूप में मनाते हैं. इस धर्म का यह पवित्र सप्ताह है 02 अप्रैल से पाम संडे के साथ शुरू हुआ था. यह 09 अप्रैल को ईस्टर के साथ खत्म होगा. बता दें कि 09 अप्रैल को ईस्टर संडे मनाया जाएगा. कलवारी में शुक्रवार को सूली पर चढ़ाए जाने के बाद यह दिन यीशु के पुनरुत्थान का प्रतीक माना जाता है. कहा जाता है कि 2000 वर्ष पहले यरुसलेम के गैलिली प्रांत में ईसा मसीह, लोगों को मानवता, एकता और अहिंसा का उपदेश दे रहे थे. उनके उपदेश सुनकर कई लोग उन्हें ईश्वर मानने लगे थे.लेकिन कुछ धार्मिक अंधविश्वास फैलाने वाले धर्मगुरु उनसे चिढ़ने शुरू कर दिया था. जहां एक तरफ लोगों के बीच ईसा मसीह की लोकप्रियता बढ़ रही थी वहीं, दूसरी तरफ यह बात धर्मगुरुओं का अखरने लगी थी. धर्मगुरुओं ने ईसा मसीह की शिकायत रोम के शासक पिलातुस से की.उन्होंने पिलातुस से कहा कि यह व्यक्ति खुद को ईश्वर पुत्र बता रहा है. यह पापी है और ईश्वर राज की बातें करता है. जब उनकी शिकायत की गई तो ईसा मसीह पर धर्म अवमानना करने का आरोप लगाया गया. साथ ही राजद्रोह का आरोप भी लगाया गया.इसके बाद ईसा को क्रूस पर मत्यु दंड देने का फरमान दिया गया.उन्हें कोड़ें-चाबुक से मारा गया और कांटों का ताज पहनाया गया. फिर कीलों से ठोकते हुए उन्हें सूली पर लटका दिया गया.बाइबल के अनुसार, उन्हें जिस जगह पर सूली पर चढ़ाया गया था, उसका नाम गोलगोथा है. ईसा मसीह के दुख को समेटकर झांकी के रूप में विभिन्न चर्च में प्रस्तुत किया गया. इस तरह की प्रस्तुति में कुर्जी पल्ली बाजी में दिया है. विक्टर फ्रांसिस के द्वारा गुड फ्राइडे के पुण्य बेला में 7 अप्रैल को सुबह 7 बजे से प्रभु येसु के दुख भोग पर आधारित जीवंत झाँकी स्थानीय फेयर फिल्ड स्थित,आशादीप कान्वेंट ,पटना से निकलकर, दीघा के मुख्य सड़क से होती हुई  कुर्जी चर्च के प्रांगण में आयोजित विशेष प्रार्थना के साथ सम्पन्न हो गयी. इसी तरह चालीसा काल (लेन्ट पीरियड) के दौरान प्रभु येसु के दुख भोग से संबंधित ‘मुसीबत‘ नामक गीत एवं प्रार्थना के धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन  07 अप्रैल पुण्य शुक्रवार के दिन दोपहर दो बजे कुर्जी  चर्च परिसर में होगा .अतः आप सभी से आग्रह है कि इस धार्मिक कार्यक्रम में अवश्य शामिल हों तथा परमेश्वर की आशीष प्राप्त करें.

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