जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि इस सभा में जितने भी लोग बैठे हैं, आप सभी ने कभी अपने बच्चों की शिक्षा और रोज़गार पर वोट नहीं दिया है, तो फिर आप क्यों कहते है कि शिक्षा और रोज़गार नहीं है। जो ताला आप खोलना चाहते हैं, उसकी चाभी आपको लगानी पड़ेगी, तो जब तक आप शिक्षा और रोज़गार के नाम पर वोट नहीं देंगे, तब तक बिहार में शिक्षा और रोज़गार भी नहीं मिलेगा और आपकी गरीबी दूर भी नहीं होगी। 5 किलो अनाज, नाली गली से ग़रीबी दूर नहीं होगी। यदि आपके बच्चे पढ़ लिखकर के कामयाब हो जाएँगे तो आपकी ग़रीबी ख़ुद ख़त्म हो जाएगी। गरीबी तब दूर होगी जब आपके पढ़ लिखे बच्चों को रोज़गार मिल जाएगा। इस पदयात्रा के जरिए यही समझा रहे हैं कि एक बार अपने बच्चों के चेहरे पर वोट कीजिए, शिक्षा और रोज़गार के नाम पर वोट कीजिए। आपकी दुर्दशा सुधर जाएगी।
शुक्रवार, 14 अप्रैल 2023
बिहार : नेता का चेहरा नहीं अपने बच्चों का चेहरा देख कर वोट दीजिए
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