गया : पेयजल एवं संभावित सुखाड़ तथा लू से बचाव संबंधी समीक्षा बैठक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 2 अप्रैल 2023

गया : पेयजल एवं संभावित सुखाड़ तथा लू से बचाव संबंधी समीक्षा बैठक

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गया. जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में पेयजल एवं संभावित सुखाड़ तथा हीटवेव (लू) से बचाव संबंधी समीक्षा बैठक जिला स्तरीय विभिन्न विभागों के पदाधिकारी के साथ समाहरणालय सभाकक्ष में की गई. बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी भी मौजूद थे।  जिला पदाधिकारी सर्वप्रथम जिला सांख्यिकी पदाधिकारी से जानकारी प्राप्त किया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष वर्षापात की स्थिति क्या है.उन्होंने यह जानकारी प्राप्त किया कि पहले की तुलना में इस वर्ष किस प्रखंड में सबसे कम वर्षा या सबसे ज्यादा वर्षापात हुई है।  जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने बताया कि जनवरी माह से मार्च माह तक औसतन 13 मिलीमीटर वर्षा मापा गया है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष लगभग तीन से चार फ़ीट जलस्तर नीचे गिरा है. इसके उपरांत पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता से ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की स्थिति की जानकारी प्राप्त किया. कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने बताया कि टूटे हुए टोलो में कुल 426 योजना को क्रियान्वित करने के लिए लिया गया है. जिला पदाधिकारी ने जानकारी प्राप्त किया कि नन फंक्शनल योजना, कांट्रेक्टर द्वारा कार्य नहीं करने संबंधित कुल कितनी योजना, बोरिंग में पानी नहीं मिलने से संबंधित कितनी योजना, बोरिंग फेल के पश्चात किसी दूसरे स्थान से वाटर सप्लाई संबंधित कितनी योजना इत्यादि इन सभी योजनाओं का लिस्ट तैयार कर अति शीघ्र एस्टीमेट तैयार करते हुए कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिए हैं.  इसके पश्चात उन्होंने बताया कि कुल 219 मिनी जलापूर्ति की योजना है, जिसमें 39 मिनी जलापूर्ति योजना ऑपरेशन मेंटेनेंस में है. इन मिनी जलापूर्ति योजना को मेंटेन करने के लिए विभाग को राशि उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया गया है ताकि निरंतर रूप से इन मिनी जलापूर्ति योजना को मेंटेन किया जा सके. चापाकल मरम्मत समीक्षा के दौरान बताया गया कि अब तक 1632 चापाकल को मरम्मत करने के पश्चात चालू किया जा चुका है. जिले में लगभग 7000 चापाकल मरम्मत करने हेतु लक्ष्य प्राप्त है. शेरघाटी डिवीजन में 97 में था. गया डिवीजन में 102 चापाकल में राइजिंग पाइप बदला जा चुका है। जिला पदाधिकारी ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि युद्ध स्तर पर चापाकल मरम्मत कार्य करवाना सुनिश्चित करें साथ ही जिस पंचायत या टोले में मरम्मत करने जाते हैं तो संबंधित मुखिया तथा अन्य जनप्रतिनिधि को हर हाल में सूचना उपलब्ध करवाएं.समीक्षा में बताया गया कि नीमचक बथानी, मोहरा तथा वजीरगंज में काफी धीमी प्रगति से चापाकल मरम्मत कार्य किया जा रहा है. जिला पदाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पीएचईडी के कनीय अभियंता को निर्देश दिया कि 1 सप्ताह के अंदर चापाकल मरम्मत गुणवत्तापूर्ण तथा तेजी से करवाएं अन्यथा कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने निर्देश दिया कि सभी जगह पेयजल समस्या के आने वाले शिकायतों के समाधान के लिए प्रखंड स्तर तथा नगर निकाय स्तर पर एक कंट्रोल रूम चालू रखें तथा आने वाले समस्याओं को सेम डे निराकरण करें। समीक्षा बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी सदर द्वारा बताया गया कि नैली पंचायत के कोकोसडीहरा महादलित टोला में पेयजल की समस्या है, जिला पदाधिकारी ने तुरंत एक नया चापाकल लगवाने का निर्देश दिए हैं. तथा तत्काल टैंकर के माध्यम से पानी उपलब्ध करवाने का भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि अपने क्षेत्र में सार्वजनिक चापाकलों का सर्वेक्षण के पश्चात तेजी से चापाकल मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें. जिला पदाधिकारी ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सात निश्चय योजना अंतर्गत नल जल योजना में अपूर्ण योजनाओं को फंक्शनल हर हाल में करवाना सुनिश्चित करें.उन्होंने सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी तथा टेक्निकल असिस्टेंट को फील्ड में रहते हुए जल संकट की समस्याओं पर नजर रखने का निर्देश दिए हैं. गया शहरी क्षेत्र में पेयजल समस्या के निराकरण के लिए हर घर गंगाजल योजना के तहत पेयजल आपूर्ति की जा रही है इसके तहत कुल 31 वार्डों में 56 हजार घरों के कुल तीन लाख 16 हजार लोगों तक हर घर गंगाजल पानी पहुंचाया जा चुका है.कार्यपालक अभियंता ने बताया कि नए पाइपलाइन बिछाने के दौरान कुछ वाडो तथा टोलो में पाइप लाइन बिछाना शेष बाकी है, इसे देखते हुए पुराने पाइपलाइन के माध्यम से भी पेयजल सप्लाई दी जा रही है. उन्होंने बताया कि मुरली हिल पानी टंकी को ओवरहेड टैंक से पाइप लाइन कनेक्शन का कार्य आज पूर्ण कर लिया जाएगा तथा कल मुरली हिल वाटर टैंक से गंगा पानी का ट्रायल किया जाएगा. ब्रह्मयोनि जलाशय से पुराने पाइपलाइन के माध्यम से जलापूर्ति दी जा रही है. नए पाइपलाइन बिछाते हुए  ट्रायल  भी किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि शेष डेल्हा एवं रामशिला में ओवरहेड वाटर टैंक एक गंगा पानी सप्लाई लगभग एक महीना में कार्य पूर्ण कर ली जाएगी. जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि पानी की समस्या के कारण कहीं रोड जाम तथा अन्य कोई समस्या नहीं हो, यह सुनिश्चित करावे. यदि कहीं पानी की समस्या हो रही हो तो उसे संज्ञान में लेते हुए तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं. हीटवेव समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने अधीक्षक मगध मेडिकल अस्पताल को निर्देश दिए कि एयर कंडीशन सहित कम से कम 50 बेड सेपरेट रखते हुए हीटवेव का स्पेशल वार्ड घोषित करें. हीटवेव के अनुरूप स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई एस०ओ०पी० के तहत एक चेकलिस्ट बनाए, उसी के अनुरूप सभी तैयारियां को सुनिश्चित करवाएं. सभी प्रकार की दवाएं एवं उपचार सामग्री मौजूद रखें। डीप फ्रीजर एवं आइस बॉक्स हर हाल में मौजूद रखें. उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से यह सुनिश्चित कराएं की सभी सरकारी अस्पतालों में हीटवेव संबंधित सभी तैयारियां पूर्ण रखे। आइस बॉक्स, ओ आर एस तथा अन्य महत्वपूर्ण दवाई उपलब्ध रखें. उन्होंने नगर आयुक्त, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिए कि हीट वेब से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ अथवा ठंडा पानी इत्यादि व्यवस्था के लिए साइट चिन्हित रखें ताकि जरूरत पड़ने पर बिना समय गवाएं वहां पर प्याऊ तथा ठंडा पानी की व्यवस्था करवाया जा सके. जिला पदाधिकारी ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि कैटल टफ को चालू हालत में रखना सुनिश्चित करें. जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 27 कैटल टफ है, जिसमें 8 कैटल टफ छोटी समस्या के कारण बंद है. जिला पदाधिकारी ने तुरंत उसे ठीक करने का निर्देश दिए. अग्निकांड के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी तथा अंचल अधिकारी को निर्देश दिए कि यदि किसी क्षेत्र में अग्निकांड की घटना होती है तो उसे तुरंत बाद ही पीड़ित लोगों को रहने की व्यवस्था, खाने पीने की व्यवस्था के साथ-साथ पॉलिथीन सीट तथा मुआवजा का वितरण सुनिश्चित कराएंगे. उन्होंने फायर पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले के सभी फायर ब्रिगेड की वाहनों को दुरुस्त रखते हुए कहीं से अगलगी की सूचना आने पर तुरंत रिस्पॉन्ड करेंगे.  लघु सिंचाई पदाधिकारी से जिले में ट्यूबवेल की स्थिति की जानकारी लेने पर बताया गया कि जिले में 181 ट्यूबवेल है जिसमें 110 चालू अवस्था में है. 43 ट्यूबेल समाप्त हो गया है तथा 37  ट्यूबेल तकनीकी खराबी के कारण बंद है. जिला पदाधिकारी ने 10 दिनों के अंदर बंद  ट्यूबवेल   को चालू करवाने का निर्देश दिए. बैठक में बताया गया कि टिकारी के भोरी पंचायत तथा खिजरसराय के बिहटा पंचायत के मुखिया को ट्यूबवेल मरम्मत के लिए पैसा स्थानांतरण किया गया है परंतु उनके द्वारा अब तक मरम्मत नहीं करवाया गया है. जिला पदाधिकारी ने संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिए कि मुखिया से समन्वय स्थापित कर ट्यूबेल मरम्मत करवाएं.

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