पटना 25 अप्रैल, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि लोहार विकास मंच को बिहार में जारी जाति गणना पर कुछ आपत्तियां हैं. इस संबंध में पार्टी की ओर से एक ज्ञापन बिहार के मुख्यमंत्री को भेजा गया है. मंच से जुड़े लोगों का कहना है कि जाति गणना में मूल लोहार जाति का गणना कोड उपलब्ध नहीं कराया गया है. सरकार द्वारा लोहार को कमार (लोहार, कर्मकार) जाति की एक उपजाति बता दिया गया है, जिसका गणना कोड - 14 संशोधित 13 अंकित है. लोहार जाति समुदाय का दावा है कि यह जाति बिहार के सभी क्षेत्रों में पाई जाने वाली एक स्वतंत्र जाति समुदाय है, जिसका प्रमाण खतियान/जमीन रजिस्ट्री के दस्तावेजों और सरकारी अभिलेखों में उपलब्ध है. बिहार के सभी इलाको में इसे लोहार जाति के ही नाम से जाना जाता है. उनका कहना है कि राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने अंग्रेजी में लोहार को लोहारा कर दिया है और फिर इसे कमार की एक उपजाति बता दिया है. यह जाति समुदाय सरकार के इस फैसले से नाराज है और वह जाति गणना में एक स्वतंत्र जाति के बतौर अपनी गणना चाहता है तथा नए गणना कोड की मांग कर रहा है. भाकपा-माले बिहार के मुख्यमंत्री से उनकी मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की मांग करती है.
मंगलवार, 25 अप्रैल 2023
बिहार : लोहार को जाति गणना में एक स्वतंत्र जाति गिने जाने पर विचार करे सरकार : माले
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