बिहार : राजगोपाल जापान से भारत 17 मई को आएंगे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 13 मई 2023

बिहार : राजगोपाल जापान से भारत 17 मई को आएंगे

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पटना. जन संगठन एकता परिषद के संस्थापक हैं पी व्ही राजगोपाल.प्रसिद्ध गांधीवादी एवं सर्वोदय नेता हैं राजगोपाल. समाज के हाशिए पर ठहर जाने वाले लोगों के बीच कार्य करने में माहिर है.उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के आलोक में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शांति पुरस्कार निवानो पीस अवार्ड से नमाजे गए. बता दें कि भारत से गांधीवादी एवं सर्वोदय नेता पी व्ही राजगोपाल और ख्याति प्राप्त महिला नेत्री जिल कार हैरिस 02 मई को जापान गए.11 मई को जापान की राजधानी टोक्यो में निवानो पीस अवार्ड से आदरणीय राजगोपाल सम्मानित किए गए.जापान से भारत 17 मई को आएंगे. दिल्ली में राष्ट्रीय युवा योजना के तत्वावधान में 18 मई को गांधी पीस फाउंडेशन में सम्मान समारोह होगाा. जन संगठन एकता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा  कि निवानो पीस फाउंडेशन जापान के अध्यक्ष रेव निचीको निवानो और डा.फलेमिनिया गिओवनेली द्वारा आदरणीय राजगोपाल जी को निवानो पीस अवार्ड दिया गया.बतौर पुरस्कार के रूप में 1.22 करोड़ की राशि दी गई.मौके पर दुनिया के कई देशों के पुरस्कार प्राप्त लोग पहुंचे थे. यह 40 वां निवानो पीस अवार्ड समारोह था. इस अवसर पर राजगोपाल जी ने अपने संबोधन में पूरी दुनिया से अपील की है, कि आम से खास लोग हिंसा को छोड़कर महात्मा गांधी के बताए मार्ग सत्य और अहिंसा को अपने जीवन में उतारे. एकता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी ने आदरणीय राजगोपाल जी को निवानो पीस अवार्ड मिलने पर राजधानी पटना में कहा  कि पूरे देश में एकता परिषद के साथियों के बीच उत्साह का माहौल बन गया है.प्रदेश के अंचलों में लोगों के बीच बैठक कर शुभ संदेश सुनाकर जश्न मना रहे हैं.मौके पर राजगोपाल को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दे रहे हैं. आगे प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा कि देश और दुनिया में एकता परिषद द्वारा गरीबों और वंचितों के बीच लिए किए जा रहे कार्य जल, जंगल ,जमीन के अधिकारों का संघर्ष को यह पुरस्कार सम्मानित करता है और यह अंधेरे में एक प्रकाश है.उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया हिंसा प्रतिहिंसा के चंगुल में जकड़ गया है. वहीं हमारे राजा जी (राजगोपाल)अहिंसा का शक्ति लेकर गरीबों और वंचितों के साथ सड़क पर खड़े हैं.यह विश्वास व्यक्त किया कि जापान का यह अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुरस्कार हमें शक्ति प्रदान करेगा.और यह दृढ़ विश्वास दिलाया है कि हम इस अंहिसात्मक लड़ाई को और मजबूती के साथ आगे बढ़ाएंगे.

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