गांधी के रास्ते चलकर दुनिया में आयेगी शांति : राजगोपाल पी.व्ही - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 23 मई 2023

गांधी के रास्ते चलकर दुनिया में आयेगी शांति : राजगोपाल पी.व्ही

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जौरा (मुरैना). चम्बल घाटी की जौरा ने मुझ जैसे एक साधारण नवजवान को शांति कार्यकर्ता बनाया और यहां की शांति, अहिंसा और रचनात्मक कार्य की सीख और अनुभव को बडे़ व्यापक स्तर पर लागू करने से मुझे निवानो पीस फाउंडेशन से पुरस्कार मिला. उक्त उद्गार एकता परिषद के संस्थापक गांधीवादी और सर्वोदयी नेता राजगोपाल पी.व्ही ने जौरा में आयोजित सम्मान समारोह में व्यक्त किया. सम्मान समारोह राजगोपल पी.व्ही को दुनिया का प्रतिष्ठित शांति पुरस्कार मिलने पर आयोजित किया गया था.गांधी आश्रम जौरा में प्रसिद्ध गांधीवादी महात्मा गांधी सेवाश्रम के अध्यक्ष ,एकता परिषद के संस्थापक श्री पी व्ही राजगोपाल के सम्मान समारोह में शामिल संपन्न. प्रख्यात सर्वोदयी नेता राजगोपाल पी.व्ही ने कहा कि गांधी के शांति, अहिंसक संघर्ष और प्रेम व भाईचारा जैसे मार्ग पर चलकर ही दुनिया में शांति आयेगी जो पूरी दुनिया के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.उन्होंने वर्तमान समाज में चार गुना अहिंसक सीख, अहिंसक शिक्षा, अहिंसक शासन, अहिंसक अर्थव्यवस्था और अहिंसक आंदोलन की आवश्यकता पर बल दिया. इस समारोह में जौरा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अखिल माहेश्वरी ने कहा कि अहिंसा से किसी को भी जोड़ा जा सकता है. राजगोपाल जी को शांति पुरस्कार मिलना जौरा के लिए गौरव की बात है. जन अभियान परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष डा. अजय शंकर मेहता ने कहा कि राजगोपाल जी के नेतृत्व में समाज परिवर्तन का काम करने से एक आध्यात्मिक सुख की अनुभूति होती है. कांग्रेस नेता पंकज उपाध्याय ने कहा कि चम्बल घाटी में राजूभाई के मार्गदर्शन में उनके कार्यो को जारी रखा जाएगा. जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि पुरस्कार के साथ अब वैश्विक जिम्मेवारी भी राजू भाई को मिला है जिस पर काम करने की आवश्यकता है. मौके पर पुरूषोत्तम लाल शर्मा ने कहा कि मानवता तभी स्थापित होगी जब वह नीति आधारित होगी.भावनाएं भडकाकर समाज को तोडने का कार्य कभी भी नीति आधारित और संविधान आधारित नहीं हो सकती है। एकता महिला मंच की जिल कार हैरिस ने कहा कि जय जगत यात्रा वैश्विक यात्रा से दुनिया में राजगोपाल जी ने शांति और अंहिसा का महत्वपूर्ण संदेश दिया था. एकता परिषद के अध्यक्ष रनसिंह परमार ने कहा कि राजगोपाल जी ने प्रत्यक्ष हिंसा को समाप्त करने के बाद अप्रत्यक्ष हिंसा पर काम किया और देश के हजारों परिवारों में जाकर उनके सुख दुख को समझकर लाखों नवजवानों को समाज परिवर्तन के लिए प्रेरित किया. एकता परिषद के राष्ट्रीय महासचिव रमेश शर्मा ने कहा कि सरकार को आगरा में 2012 में हुए भूमि अधिकार घोषणा को अमल में लाने की जरूरत है जिससे देश में शांति कायम हो. महात्मा गांधी सेवा आश्रम प्रांगण में राजगोपाल पी.व्ही को दुनिया का प्रतिष्ठित 40वां शांति पुरस्कार मिलने पर जौरा में नागरिक सम्मान समारोह आयोजित किया गया था. जिसमें मध्यप्रदेश के श्योपुर, शिवपुरी, ग्वालियर, अशोकनगर, गुना, भिड, भोपाल, सागर,सीहोर, रायसेन,धार, झाबुआ, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राजगोपाल जी का अभूतपूर्व स्वागत व सम्मान प्रदान किया. समारोह को अनिल भाई, डा.सुरेश शर्मा, कमलेश द्विवेदी, उदयभान सिंह परिहार, अशोक शर्मा, लखन सिंह, देवेन्द्र, शिवचरणलाल शर्मा, उड़ीसा के मधु भाई, श्योपुर के कैलाश पराशर, पूर्व विधायक महेशदत्त मिश्रा, मानवेन्द्र गांधी, सुनिल, सनाढय ब्राहमण महासभा के जगदीश शुक्ला इत्यादि ने सम्बोधित किया. गांधी आश्रम के खादी उत्पादन केन्द्र से जुडे कत्तिन व बुनकरों ने एक थान वस्त्र भेंट की. मध्यप्रदेश पेंशनर्स के अध्यक्ष हरिओम पराशर, श्योपुर के जयसिंह जादौन, अनिल भाई, दीपक अग्रवाल, एलएन त्यागी, अंजलि राजपूत, किरनसिंह, साबो बाई, दीलिप जैन, रामदत्तसिंह तोमर, जगदीश सिंह ,कुलदीप तिवारी, डैडी, राजस्थान के अषोक शर्मा, शीतल जैन, अनन्या इत्यादि ने माला पहनाकर स्वागत किया. कार्यक्रम का संचालन प्रदेश समन्वयक डोंगर शर्मा ने की. समारोह के आयोजन में प्रफुल्ल श्रीवास्तव, पूर्व बागी बहादुर सिंह, अजमेर सिंह, मुनेश, नरेश, लक्ष्मीनारायण शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.

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