- मधवापुर से विभूतिपुर तक वाम लोकतांत्रिक पुनर्जागरण मार्च होगा : बैद्यनाथ यादव
- बिहार के चर्चित कम्युनिस्ट नेता दिवंगत कामरेड रामदेव वर्मा के मूर्ति अनावरण में माले महासचिव दीपंकर और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भाग लेंगे : धीरेंद्र
मधुबनी, 2मई। भाकपा माले जिला कमिटी की बैठक आज मधुबनी के माले नगर में संपन्न हुई।बैठक की अध्यक्षता जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने की।बैठक को संबोधित करते हुए माले पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि कैदियों की रिहाई में समान और पारदर्शी प्रक्रिया का पालन सरकार को करना चाहिए।22 साल से टाडा के तहत दलित गरीब जेल में बंद हैं,इनकी रिहाई सरकार को करनी चाहिए।जो दलित_गरीब जहां बसे हैं,उनका समग्र सर्वे सरकार को करना चाहिए।राज्य में भूमिहीनों का भी सर्वे होना चाहिए।भाकपा माले और खेग्रामस गरीब बसाओ आंदोलन तेज करेगा। आगे उन्होंने कहा कि बिहार के कम्युनिस्ट आंदोलन के चर्चित नेता और छह बार बिहार विधानसभा के सदस्य रह चुके दिवंगत कामरेड रामदेव वर्मा का मूर्ति अनावरण 22मई को उनके गांव विभूतिपुर के पतेलिया में होगा।इस कार्यक्रम में भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भाग लेंगे।एकीकृत दरभंगा जिला के समय वामपंथी आंदोलन की शुरुआत करने वाले कामरेड वर्मा जी के मूर्ति अनावरण समारोह को एक राजनीतिक वैचारिक अभियान बना देने का फैसला भाकपा माले ने किया है।रोजी रोटी और खेती_किसानी पर मोदी सरकार हमले कर रही है।सांप्रदायिक फासीवादी हमले के जरिए संविधान लोकतंत्र को तहस नहस किया जा रहा है।इसलिए इस मौके पर कम्युनिस्ट आंदोलन की ऐतिहासिक जगह और कामरेड भोगेंद्र झा,राजकुमार पूर्वे, संतू महतो, सूरज नारायण सिंह आदि सम्मानित कम्युनिस्ट नेताओं की धरती मधुबनी से मार्च निकलेगा जो दरभंगा,समस्तीपुर होते हुए विभूतिपुर जायेगा।मार्च मधवापुर से निकलेगा जो बेनीपट्टी, हरलाखी, जयनगर, खजौली, बासोपट्टी, रहिका, पंडौल, बिस्फी होते हुए दरभंगा में प्रवेश करेगा। इस मौके पर बोलते हुए भाकपा माले राज्य स्थाई समिति के सदस्य बैद्यनाथ यादव ने कहा कि मिथिलांचल में कम्युनिस्ट आंदोलन की मजबूती से ही भाजपाई विभाजनकारी राजनीति को कमजोर किया जा सकता है।मधुबनी जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने कहा कि वामपंथी दावेदारी का नया दौर शुरू हुआ है और मधुबनी जिला एकबार फिर अग्रिम पंक्ति में खड़ा होगा।उन्होंने कहा कि अपने अतीत को नए दौर में पुनर्स्थापित करने के लिए वामपंथी कतारों को सामने आना चाहिए! बैठक को लक्ष्मण राय, भूषण सिंह, श्याम पंडित, मदन चंद्र झा, धर्मेन्द्र कुमार, पप्पु पासवान, बिशंम्भर कामत, शांति सहनी, योगेंद्र यादव, कामेश्वर राम, महाकांत यादव, मनीष मिश्रा वगैरह ने संबोधित किया.
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