- तैयारी पूरी, कल 15 जून को महागठबंधन के आह्वान पर सूबे के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर होगा धरना
- आज सभी जिलों में चला सघन प्रचार अभियान और आयोजित हुईं नुक्कड़ सभाएं

पटना 14 जून, मोदी सरकार की 9 साल की तबाही-बर्बादी, कमरतोड़ महंगाई व चरम बेरोजगारी, संवैधानिक संस्थाओं के दुरूपयोग, उन्माद-उत्पात की राजनीति और दलित-गरीबों की आवास एवं खाद्यान्न योजना बंद करने की साजिश के खिलाफ जाति आधारित गणना कराने, किसानों की आय दुगुनी करने और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग पर महागठबंधन के आह्वान पर कल 15 जून को प्रखंड मुख्यालयों पर आयोजित एक दिवसीय धरना का कार्यक्रम जोरदार होगा. भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि धरना की सफलता के लिए राज्य के तमाम प्रखंडों में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने एकताबद्ध होकर सघन अभियान चलाया है. आज देश और सूबे की जनता महंगाई व बेरोजगारी से त्रस्त है. मोदी सरकार के नौ वर्षों में देश में आर्थिक विकास लगातार गिरावट में है. नोटबंदी, जीएसटी और लॉकडाउन के तिहरे प्रहारों और निजीकरण की नीतियों, कर्मचारियों की संख्या में कमी और कैजुअलाइजेशन ने बेरोजगारी और कीमतों को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है, लेकिन लोकसभा चुनावों से ठीक पहले मोदी सरकार एक बार फिर जीडीपी में वृद्धि का ढिंढोरा पीट रही है. मोदी सरकार का यह आत्म प्रचार जीडीपी में मामूली वृद्धि के अंतरिम आंकड़े और जीएसटी संग्रह में वृद्धि पर टिका हुआ है, जिसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है. मोदी सरकार की इन नीतियों से जनता में तीखा आक्रोश है. लोग महंगाई व गोलबंदी के खिलाफ गोलबंद हो रहे हैं. यह गोलबंदी कल के धरना में स्पष्ट तौर पर दिखेगा. राज्य में आज जगह-जगह 15 जून के धरने की तैयारी में टेंपो प्रचार निकाला गया और नुक्कड़ सभायें भी आयोजित की गईं. राजधानी पटना में भी आज महागठबंधन के संयुक्त तत्वावधान में ऑटो रिक्शा प्रचार निकला और माले कार्यकर्ताओं ने नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया. पटना सहित मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, भोजपुर, अरवल, जहानाबाद, गया, दरभंगा, सिवान आदि जिलों में सघन प्रचार अभियान चलाया गया. पटना में 15 जून का कार्यक्रम पटना सदर कार्यालय, कुम्हरार में आयोजित किया गया है.
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