मधुबनी : आपदा से निपटने एवं आपदा के प्रभाव को कम से कम करने को लेकर सरकार प्रयासरत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 18 जून 2023

मधुबनी : आपदा से निपटने एवं आपदा के प्रभाव को कम से कम करने को लेकर सरकार प्रयासरत

  • आपदा से निपटने को लेकर जिले के 132 आपदा मित्र 12 दिवसीय गहन प्रशिक्षण के लिए पहुँचे पटना।
  • जिले के  500 आपदा मित्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य के विरुद्ध अबतक 280आपदा मित्र को मिला प्रशिक्षण।

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मधुबनी, जिले में आपदा मोचन के कार्य में सामुदायिक सहभागिता को बढ़ाने,आपदा के समय आपदा पीड़ितों तक त्वरित सहायता प्रदान करने एवं आपदा के प्रभाव को कम से कम करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के निर्देशानुसार कुल 132 सामुदायिक वॉलंटियर (आपदा मित्र) आवासीय प्रशिक्षण हेतु आज पटना पहुँचे। बताते चलें कि ये सभी आपदा मित्र पटना में आयोजित बहु आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन विषय पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। आपदा मोचन में स्वेच्छा से भाग लेने की भावना वाले इन आपदा मित्रों का जिले के अलग अलग प्रखंडों से चयन किया गया है।  बाढ़ प्रभावित प्रखंडों  मधेपुर, मधवापुर, बिस्फी, जयनगर, खजौली, झंझारपुर,  घोघरडीहा, बेनीपट्टी आदि प्रखंडों के आपदा मित्र आपदा के समय संकटमोचक की भूमिका में रहेंगे।  जिले के 500 आपदा मित्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। इस चरण के प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षित आपदा मित्रों की संख्या 280हो जाएगी।इस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन कोषांग, परिमल कुमार ने बताया कि इस बारह दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने के उपरांत सभी आपदा मित्रों को आपदा रिस्पॉन्स किट के साथ साथ आई कार्ड और प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। साथ ही उन सभी का पांच लाख का बीमा भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आपदा कभी भी आ सकती है मधुबनी जैसे बाढ़ प्रभावित जिले में आपदा प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन लगातर प्रयासरत है। जिलाधिकारी द्वारा आपदा पूर्व तैयारियों को लेकर प्रत्येक सप्ताह बुधवार को समीक्षा बैठक की जा रही है। । जिसका उद्देश्य आपदा जोखिमों को कम करने के लिए पूर्व से ही तैयारियों की लगातार समीक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए आपदा नहीं हो भारी, यदि पूरी हो तैयारी की अवधारणा को बल देते हुए सामुदायिक चेतना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेना फलदाई साबित हो सकता है। इस दौरान सभी आपदा मित्रों को सभी प्रकार की आपदाओं की स्थिति के त्वरित रिस्पॉन्स,आपदा पूर्व एवं आपदा के बाद उठाये जाने वाले कदमो की जानकारी प्राप्त करेंगे।

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