बिहार : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 5 जून 2023

बिहार : भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया

Enviorament-patna
पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में मिशन लाइफ के तहत संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास की अगुवाई में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया | इस अवसर पर डॉ. दास ने संस्थान मुख्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरा विश्व 50वां पर्यावरण दिवस मना रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाना एवं प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए प्रभावी कदम उठाना है | उन्होंने संस्थान के कर्मचारियों के साथ-साथ युवाओं एवं बच्चों, जो हमारे देश की भावी पीढ़ी हैं, को भी वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाने के लिए प्रोत्साहित किया | इस कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. अमिताभ डे, डॉ. कमल शर्मा, डॉ. मोनोब्रुल्लाह, डॉ. बिकाश सरकार, डॉ. पी.सी. चंद्रन, डॉ. अभिषेक कुमार के साथ-साथ संस्थान के अन्य कर्मचारियों एवं बच्चों ने भी भाग लिया |


इस अवसर पर संस्थान द्वारा नौबतपुर प्रखंड के सिमरा गाँव में भी वृक्षारोपण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 50 किसानों ने भाग लिया| इस कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा किसानों की उपस्थिति में वृक्षारोपण किया गे एवं आम, अमरूद, नींबू, सागवान और महोगनी के पौधे वितरित किए गए | किसानों को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. मोनोब्रुल्लाह, प्रधान वैज्ञानिक ने बताया कि पर्यावरण की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है एवं यदि प्रत्येक व्यकि अपने घर के आस-पास कम से कम एक वृक्ष लगाने का संकल्प ले, तो निश्चय ही हमारा पर्यावरण अधिक सुंदर और स्वच्छ बन सकता है | इस कड़ी में संस्थान के वैज्ञानिक  डॉ. धीरज कुमार सिंह, डॉ. अभिषेक कुमार, डॉ. रचना दूबे, डॉ. अभिषेक दूबे एवं डॉ. गोविंद मकराना ने पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, जैवविविधता की हानि  इत्यादि जैसे पर्यावरणीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की एवं वृक्षारोपण के महत्त्व को समझाते हुए सभी वैज्ञानिकों ने ग्रामीणों, किसानों एवं युवाओं को अधिक से अधिक वृक्ष लगाने की प्रेरणा दी एवं पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली अपनाने का आह्वान किया | वैज्ञानिकों ने ग्रामीणों से प्लास्टिक के दुष्प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए इसका कम से कम उपयोग करने की सलाह दी | इस कार्यक्रम को सफल बनाने में गाँव के प्रगतिशील किसान श्री कामाख्या प्रसाद की अहम भूमिका रही | कार्यक्रम के अंत में आयोजन सचिव डॉ. अभिषेक कुमार, वैज्ञानिक ने धन्यवाद ज्ञापित किया |

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