- पटना में शूटर्स ने पार्षद पति पर बरसाईं गोलियां, यू टर्न पर घात लगाकर बैठे थे बदमाश; देखते ही ताबड़तोड़ 5 फायर किए, हालत गंभीर....

पटना. बिहार सरकार एक तरफ जहां कानून व्यवस्था को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही हैं. वहीं, राज्य की राजधानी पटना में अपराधी में खुलेआम पुलिस को चुनौती दे रहे हैं. इसी कड़ी में पटना में दीघा इलाके में पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया नीलेश यादव को गोली मारकर घायल कर दिया.पहले उनको कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल में लाया गया परंतु यहां के चिकित्सकों ने रूबन हॉस्पिटल में रेफर कर दिया. सोमवार सुबह शूटर्स ने पटना नगर निगम के वार्ड 22-बी की पार्षद सुचित्रा सिंह के पति नीलेश यादव उर्फ नीलेश मुखिया पर गोलियां बरसाईं.वो अपनी कार में ही बैठे थे और उन पर अपराधियों ने बैक टू बैक 5 गोलियां चला दीं. जो उनकी कनपटी, गर्दन और सीने में लगी है. उनकी हालत बेहद गंभीर है. पहले इलाज के लिए उन्हें कुर्जी के होली फैमिली हॉस्पिटल में ले जाया गया. थोड़ी देर बाद उन्हें पाटिलपुत्रा इलाके के एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल रूबन में बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया. जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है.परंतु खतरे से बाहर बताया जाता है. हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें नीलेश मुखिया की कार के पीछे-पीछे दो बाइक पर अपराधी आते दिख रहे हैं. कार जैसे ही यू टर्न पर मुड़ने के लिए स्लो होती है, अपराधी ताबड़तोड़ फायरिंग कर देते हैं. डीएसपी नुरुल हक ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पूर्व मुखिया नीलेश यादव को चार से अधिक गोली मारी गई है. जो गर्दन, छाती, पेट, कंधे और पैर में लगी है.एफएसएल, डायल 100 और सेल की टीम काम कर रही है।.कुछ संदिग्धों की पहचान की गई है. माना और बताया जाता है कि कुर्जी इलाके में नीलेश मुखिया का काफी दबदबा है. हाल में वसूली को लेकर आपसी रंजिश में उनका निशाना बनाया गया है. दरअसल मरीन ड्राइव पर हजारों की संख्या में इस वक्त दुकानें लगाई जा रही हैं. जिस पर पुलिस का कोई नियंत्रण नहीं है. मरीन ड्राइव या गंगा पथ का अतिक्रमण कर यहां दुकानें ताकत के दम पर लगवाई जा रही. जिसका नतीजा है कि अब वसूली को लेकर आपराधिक घटनाएं घटती नजर आ रही. उन पर मारपीट का मुकदमा भी दर्ज है. इस मामले में दीघा पुलिस ने नीलेश मुखिया पर एफआईआर भी दर्ज की है. इससे पहले निलेश मुखिया पर शराब के अवैध धंधे का भी आरोप लगा है. शराब के अवैध धंधे का आरोप नवंबर 2021 में लगा था.उस वक्त पुलिस की ओर से पॉलसन रोड के गोदाम में छापेमारी की गई थी जहां शराब पार्टी चल रही थी. बताया जा रहा कि इस छापेमारी के दौरान नीलेश और उसके साथी फरार हो गए थे. पुलिस को गोदाम से शराब स्टॉक करने और सप्लाई करने के सबूत मिले थे. जिसके आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी.बाद में कोर्ट में जाकर आत्मसमर्पण किए थे. इस बीच पटना सिटी की रहने वाली पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू ने पार्षद प्रतिनिधियों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग सरकार से की है.
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