- शनिवार 29 जुलाई को 3.30 बजे से महिलाओं का विशाल मार्च गांधी मूर्ति ,गांधी मैदान से शुरू और बुद्धास्मृति पार्क, फ्रेजर रोड, पटना में खत्म"

पटना. मणिपुर में भाजपा सरकार द्वारा संरक्षित गिरोहों द्वारा ईसाई कुकी आदिवासियों के खिलाफ जारी हिंसा में अब तक सैंकड़ों लोग मारे जा चुके हैं और हजारों परिवार अपना घर छोड़ कर यहां वहां भटकने को मजबूर हैं. महिलाओं के साथ बलात्कार, छेड़खानी, नंगा कर व्यभिचार करते हुए सड़कों पर घुमाने और हत्या किए जाने की कई घटनाओं की खबरें मिल रही है.सरकार द्वारा पिछले 3 मई के बाद से ही इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बावजूद इसके वहां की भयावहता और बर्बरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.अभी हाल में दो कुकी आदिवासी महिलाओं को सैकड़ों पुरूषों द्वारा नंगाकर अश्लील हरकतें करते हुए जो वीडियो प्रकाश में आया है उससे देश के सभ्य नागरिकों का सिर दुनिया के सामने झुक गया है. 3 मई को शुरू हुए इस साम्प्रदायिक कत्लेआम के आज लगभग तीन महीने होने जा रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी घटिया बयानबाजी कर रहे हैं और मणिपुर की घटना पर संसद में बयान देने से भाग रहे हैं. मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ जारी दरिंदगी और भाजपा सरकार की संलिप्तता के खिलाफ हम महिलाओं ने प्रभावी प्रतिरोध मार्च निकालने का फैसला किया है. महिलाओं का यह मार्च कल दिनांक 29 जुलाई दिन शनिवार को 3.30 बजे अपराह्न से गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति से निकलकर फ्रेजर रोड़ स्थित बुद्धास्मृति पार्क तक जाकर सभा में तब्दील हो जाएगा. लोकतांत्रिक जन पहल बिहार कीकंचन बाला, सुधा वर्गीज, सुनीता कुमारी, रजनी, प्रतिमा कुमारी , मंजु डुंगडुंग, अख्तरी बेगम, तबस्सुम अली, बेबी कुमारी , बिन्दु कुमारी और गज़ाला तबस्सुम ने दुख व्यक्त किया है.
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