- पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के निर्देशन में साइबर सेल और ज्ञानपुर पुलिस ने कलिंजरा मोड़ के पास से चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया
- एसपी ने टीम को 25 हजार रुपये देने की घोषणा की
पुलिस के मुताबिक ज्ञानपुर कोतवाली में एक जून को पुरानी बाजार निवासी एहसान हैदर ने मुकदमा दर्ज कराया था कि बैंक आफ बड़ौदा के उनके खाते से फर्जी चेक के माध्यम से 45 लाख रुपये निकाल लिए गए। शनिवार रात सूचना पर कूटरचित हस्ताक्षर के माध्यम से जालसाजी करने वाले गिरोह के सरगना सहित चार शातिर जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 45 लाख रुपए बैंक खाते से बरामद किए गए। जालसाजों के पास से पुलिस ने तीन जाली चेक, चार एटीएम कार्ड, छह मोबाइल फोन बरामद किए। जालसाजों के गिरोह में अमेठी के बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा का बीसी एजेंट भी शामिल है। गिरोह में शामिल सदस्यों ने फर्जी आधार कार्ड के माध्यम से बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर का स्वैब सिम कार्ड तैयार किया था। बैंक प्रबंधक द्वारा वेरिफिकेशन कॉल के दौरान आरोपी ने खुद को खाताधारक बताया था। गिरोह के निशाने पर अधिक धनराशि वाले बैंक खाते रहते हैं। पुलिस ने गिरोह के सरगना वीरेंद्र बहादुर सिंह निवासी बड़गांव थाना संग्रामपुर अमेठी, बीसी एजेंट परमात्मादीन यादव निवासी वंशवनपट्टी थाना संग्रामपुर अमेठी, प्रदीप कुमार सिंह निवासी राम नगर पूरेटिम सिंह थाना धनपतगंज सुल्तानपुर, सौरभ कुमार पांडेय निवासी नरहरपुर थाना कोतवाली देहात जनपद सुल्तानपुर को गिरफ्तार किया। सरगना के खिलाफ अमेठी और प्रतापगढ़ में गैंगस्टर, गुंडा, लूट व अपहरण सहित गंभीर अपराधों के आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पूछताछ में जालसाजों ने बताया कि उनका फर्जी चेक के माध्यम से दूसरों के बैंक खातों से पैसा ट्रांसफर करने वाला संगठित गिरोह है। गिरोह में शामिल अमेठी के बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा का बीसी एजेंट उनको अधिक धनराशि वाले खातों की जानकारी देता है।
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