बिहार : देश की मीडिया पक्षाघात का शिकार : डा. अखिलेश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 30 अगस्त 2023

बिहार : देश की मीडिया पक्षाघात का शिकार : डा. अखिलेश

  • मोदी सरकार ने मीडिया को बनाया गुलामः डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह
  • देश देख रहा मोदी के अधीन मीडिया का गोदी रूपः डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह

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पटना। एक प्रजातांत्रिक देश में मीडिया का क्या महत्व होता है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। मीडिया प्रजातंत्र का चौथा स्तम्भ है, लेकिन यह चौथा स्तंभ पक्षाघात का शिकार हो गया है। देश की मीडिया गोदी मीडिया बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दमनकारी प्रवृत्ति के कारण भारतीय मीडिया बधियाकरण का शिकार हो गया है।  ये बातें बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने मुजफ्फरपुर स्थित एल.एस. कॉलेज में आयोजित ‘फर्स्टलुक बिहार डिजिटल मीडिया’ के उद्घाटन के दौरान कही।  उन्होंने कहा कि प्रेस की आजादी को भारतीय संविधान में इसलिए सुनिश्चित की गयी ताकि देश के नागरिक को यह पता चल सके कि जिन नुमाइंदों को उन्होंने चुन कर भेजा है वे कर क्या रहे हैं। सरकार का कामकाज कैसा चल रहा है, उसकी नीति क्या है, और उसकी नीयत क्या है। सही अर्थ में प्रेस का काम है सरकार की कमियों को उजागर करना, उनकी नीतियों की कमियों को जनता तक पहुंचाना और सरकार से सवालों का जवाब तलब करना। देश का प्रधानमंत्री पिछले 10 सालों में कभी प्रेस वार्ता नहीं की। जब सब कुछ इतना अच्छा हो रहा है, मंगलकारी हो रहा है, देश चांद पर पहुंच चुका है तो सवालों से इतना डर क्यों लगता है। इसका मतलब है इस चमक के पीछे का सच घिनौना है। डॉ. सिंह ने कहा हकीकत यह है कि देश गर्त में जा रहा है। महंगाई से पूरा देश कराह रहा है।  Poverty Index में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे है उसी तरह बेरोजगारी दर में भी भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बदतर है। लेकिन कोई सवाल नहीं पूछ सकता। एक दिन मैं देश के एक विख्यात चैनल के जाने-माने एंकर को सुनकर हैरान रह गया क्योंकि वो टी0वी0 पर देश को महंगाई के फायदे गिनवा रहा था। यही है मोदी के अधीन मीडिया का गोदी रूप। लेकिन हमने उम्मीद नहीं छोड़ी है। मैं जानता हूं कि जो सच्चे पत्रकार हैं उन्हें इस जन्नत की हकीकत मालूम है। उनके दिल में भी बेचैनी है, वे भी छटपटा रहे हैं, लेकिन कुछ कर नहीं पा रहे हैं।  इस अवसर पर एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमे डॉ. सिंह के अलावा संघ विचारक और भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा, पूर्व सांसद अरुण कुमार, जानेमाने पत्रकार सोम प्रकाश, कांग्रेस विधायक बिजेंद्र चौधरी, पूर्व सांसद पप्पू यादव तथा पूर्व पार्षद अजय कुमार अलमस्त व पूर्व कांग्रेस विधायक बंटी चौधरी भी शामिल हुए।

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