बिहार : अहंकारी हो चुके नीतीश नहीं देते बिहार के विकास को प्राथमिकता: प्रशांत किशोर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 9 अगस्त 2023

बिहार : अहंकारी हो चुके नीतीश नहीं देते बिहार के विकास को प्राथमिकता: प्रशांत किशोर

  • नीतीश कुमार को RJD या फिर BJP किसी के भी साथ जाकर चिपक जाना है।

Prashant-kishore-attack-nitish
समस्तीपुर : जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विकास की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के लिए बिहार का विकास प्राथमिकता नहीं है। वो बिहार के लोगों के लिए रोजगार, शिक्षा और आम लोगों की सुरक्षा के बारे में सोचते तक नहीं हैं। उनकी प्राथमिकता केवल किसी प्रकार से मुख्यमंत्री बने रहना है, चाहे भाजपा के साथ रहना पड़े या फिर RJD के साथ। बिहार की जनता कैसी भी हालत में हो उससे नीतीश कुमार पर कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन किसी प्रकार से मुख्यमंत्री की कुर्सी उन्हीं के पास रहे उन्हें बस इसी बात की चिंता है। प्रशांत किशोर ने पार्टियों का नाम लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार को पता है कि बिहार में वोट चाहे भाजपा को पड़े, RJD को पड़े या कांग्रेस को लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर सिर्फ नीतीश कुमार ही बैठते हैं, इस बात को लेकर नीतीश कुमार के मन में अहंकार आ गया है, ये एक बड़ी परेशानी है। इससे बिहार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना काल का जिक्र करते हुए प्रशांत ने कहा कि कोरोना के समय हजारों लोगों की मृत्यु हो गई और हजारों युवा परेशान थे, लेकिन नीतीश कुमार अपने बंगले से भी नहीं निकले।

कोई टिप्पणी नहीं: